ज्ञानवापी में मंदिर शैली की डिज़ाइन मिलने का दावा, रविवार को हुए ASI सर्वे में मिले कई अहम् सबूत

Share on:

ज्ञानवापी मामला अपडेट: ज्ञानवापी में चल रहा भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) द्वारा सर्वे रविवार को भी जारी रहा जिसमे कई अहम् सबूत मिलने की बात हिन्दू पक्ष द्वारा की गई। रविवार को ASI ने ज्ञानवापी के तीनों गुंबदों और परिसर का सर्वे किया। जिस दौरान टीम को गुंबदों के गोलाकार छत में कई डिजाइन मिलीं। जिसमे मंदिरों में दिखने वाले 20 से अधिक आले यानी दीवार में बनी अलमारी जैसे सबूत दिखने की बात सामने आयी। इसके बाद भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) द्वारा ज्ञानवापी में मिले आलों की संरचना और आसपास उभरे चिह्नों की 3-D मैपिंग की गई। वहीं इसको लेकर मुस्लिम पक्ष का कहना है कि अगर अफवाह फैलाई गई कि मस्जिद में हिंदू धर्म के प्रतीक मिले हैं तो वे पूरे सर्वे का बहिष्कार करेंगे।

इसी के चलते ज्ञानवापी में ASI ने 3-डी फोटोग्राफी कराई है। मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर व्यास तहखाना भी रविवार को खोला गया है। जिसके बाद तीनों गुंबदों का सर्वे ज्ञानवापी में ASI की टीम ने किया है। ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI ने चौथे दिन व्यास तहखाने का ताला खुलवाया जिसमे कई अहम् सुराग मिलने की बात भी टीम द्वारा कही गयी है। दरअसल वाराणसी कोर्ट ने आदेश दिया है कि ASI को अपनी सर्वे रिपोर्ट 2 सितंबर तक सब्मिट करनी होगी। इससे पहले टीम पूरी तरह से ज्ञानवापी का सर्वे करना चाहती है।

इससे पहले ASI ने व्यास तहखाने में पैमाइश की। ASI की टीम द्वारा दीवारों की 3-डी फोटोग्राफी, स्कैनिंग करवाई। जिसके बाद चार्ट में दीवारों पर मिली कलाकृतियों के प्वाइंट़स नोट किए गए। जानकारी के मुताबिक रविवार को सर्वे टीम के साथ कानपुर आईआईटी के दो GPR एक्सपर्ट भी अंदर गए हैं। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में GPR मशीन से सर्वे शुरू हो सकता है। इससे पहले रविवार को सुबह सबसे पहले ASI की टीम ने हिंदू, मुस्लिम पक्ष और प्रशासन के साथ ज्ञानवापी परिसर में बैठक की। जिसमे ASI की टीम द्वारा मुस्लिम पक्ष से मुख्य तहखाने की चाबी मांगी गयी।