Chaturmas 2022 : इस साल भगवत आराधना का चातुर्मास (Chaturmas) 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी के दिन से शुरू हो रहा है। हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी कहा जाता है। कहीं-कहीं इस तिथि को ‘पद्मनाभा’ भी कहते हैं। 10 जुलाई को एकादशी शुरू होने के बाद 13 जुलाई से सन्यासी चातुर्मास की शुरुआत हो रही है। ये चातुर्मास 4 नवम्बर तक रहेगा।
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आपको बता दे, इन चार माह की अवधि में भगवान विष्णु क्षीरसागर में विश्राम करते है। साथ ही सृष्टि की देखभाल शिवजी द्वारा संपादित की जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस साल चातुर्मास में 17 सोमवार आ रहे है। ऐसे में इन 17 सोमवार के व्रत और पूजा का काफी महत्त्व माना जाता है। भोलेनाथ की आराधना की जाती है। बता दे, इन 17 में 12 सोमवार के दिन खास योग और त्यौहार आ रहे हैं। पहला सोमवार ही प्रदोष व्रत के साथ आ रहा है।
वहीं 16 सोमवार भी इसी बीच आ रहे हैं। ऐसे में चातुर्मास का प्रथम सोमवार होने और सर्वार्थ सिद्धि योग से 16 सोमवार का महत्त्व काफी ज्यादा बढ़ जाएगा। तारीख के अनुसार बात करें तो ऐसे पड़ेंगे 16 सोमवार –
11 जुलाई को पहला सोमवार फिर उसके बाद दूसरा 18, तीसरा 25 को, चौथा एक अगस्त को,पांचवा आठ को, छठवा 15 को, सातवा 22 को, आठवां 29 को, नौवां पांच सिंतबर को, दसवां 12 को, ग्यारहवां 19 को, 12वां 26 को, 13 वां 3 अक्टूबर को, 14 वां 10 को, 15 वां 17 अक्टूबर को, 16 वां 24 अक्टूबर को होगा। ज्योतिष द्वारा ये बताया गया है कि इस साल एक सोमवार की अधिकता होने के कारण चातुर्मास में शुभ फलों की वृध्दि के साथ प्राकृतिक प्रकोपों में कमी देखने को मिलेगी। इतना ही नहीं व्यापर, उद्योग धंधे, कृषि क्षेत्र एवं स्वास्थ की दृष्टि से चातुर्मास का समय शुभ रहेगा।