मुंबई : महाराष्ट्र भाजपा के दिग्गज़ नेता माने जाने वाले एकनाथ खड़से ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर एनसीपी का दामन थामने का मन बना लिया है. इस संबंध में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि, ”मुझे पता चला कि एकनाथ खडसे ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. ”ऐसे में हमने फैसला किया कि एकनाथ खडसे को एनसीपी में आने का अवसर दिया जाए.”
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, एकनाथ खड़से आधिकारिक रूप से शुक्रवार दोपहर 2 बजे एनसीपी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे. महाराष्ट्र भाजपा ने भी एकनाथ के त्याग पात्र की पुष्टि कर दी है. वहीं दूसरी ओर उद्धव सरकार के मंत्री जयंत पाटिल के इस तरह के बयान से अब यह भी माना जा रहा है कि, एकनाथ और एनसीपी के बीच बीते कई दिनों से इस विषय पर चर्चा जारी थी.
बता दें कि, इससे पहले रविवार को एकनाथ खड़से के इस्तीफ़े की अफ़वाह उड़ी थी. इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि, एकनाथ खड़से ऐसा नहीं करेंगे. हालांकि रविवार को उड़ी अफ़वाह बुधवार को सच होती दिखी. एकनाथ द्वारा भाजपा छोड़े जाने के पीछे का कारण उन्हें पार्टी द्वारा साइडलाइन किया जाना बताया जा रहा है.
खड़से की बेटी भी लड़ चुकी है भाजपा के टिकट से चुनाव…
साल 2015 में एकनाथ खड़से ने देवेंद्र फडणवीस सरकार से त्यागपत्र दे दिया था. उन्होंने यह कदम खुद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उठाया था. इसके बाअद से लगातार उनके राजनीतिक करियर में गिरावट दर्ज की गई है. जब 2019 में विधानसभा का चुनाव हुआ तब पार्टी ने एकनाथ खड़से को दरकिनार कर दिया था. उन्हें विधानसभा के लिए टिकट नहीं मिला था, हालांकि भाजपा ने उनकी बेटी को टिकट दिया था. लेकिन उनकी बेटी रोहिणी को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.