Bitcoin: डिजिटल करेंसी बिटकॉइन ने एक नया मील का पत्थर तय किया है, जब इसकी कीमत पहली बार 95,000 डॉलर के पार पहुंच गई। शुरुआती एशियाई व्यापार में बिटकॉइन ने $95,004.50 का आंकड़ा छुआ, जिससे निवेशकों के बीच उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं कि यह जल्द ही 1 लाख डॉलर के स्तर को भी पार कर सकता है।
Crypto Currency उद्योग में संभावित अनुकूल नीतियों का प्रभाव
बिटकॉइन की इस तेज़ी का मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि निवेशक मानते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के विजेता डोनाल्ड ट्रम्प क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिए अनुकूल नीतियां लागू करेंगे। ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान के दौरान यह वादा किया था कि वह अमेरिका को “दुनिया की बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी की राजधानी” बना देंगे। उनके इन वादों ने क्रिप्टो बाजार में विश्वास को और मजबूत किया है। चुनाव के बाद से बिटकॉइन की कीमत में 40% की वृद्धि देखी गई है, जो क्रिप्टोकरेंसी के प्रति बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
क्रिप्टो-फ्रेंडली युग की शुरुआत
एसपीआई एसेट मैनेजमेंट के विशेषज्ञ स्टीफन इनेस के अनुसार, बिटकॉइन की कीमत में यह उछाल इस विश्वास से प्रेरित है कि ट्रम्प प्रशासन क्रिप्टो-फ्रेंडली युग की शुरुआत करेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि ट्रम्प के नेतृत्व में क्रिप्टोकरेंसी के नियमों को सरल बनाने और इसे व्यापक स्वीकृति देने के प्रयासों से बाजार में नई ऊर्जा का संचार हो सकता है। इसके चलते अन्य डिजिटल करेंसी, जैसे एथेरियम और लाइटकॉइन भी लाभान्वित हो रही हैं।
3 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का कुल आकार अब 3 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच चुका है। हालांकि, पिछले 24 घंटे में इसमें 0.42% की गिरावट देखने को मिली है। फिर भी, 5 नवंबर के बाद से क्रिप्टो बाजार में 800 बिलियन डॉलर से अधिक की वृद्धि हो चुकी है। 5 नवंबर को क्रिप्टो मार्केट कैप 2.26 ट्रिलियन डॉलर था, जो अब बढ़कर 3.07 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। यह वृद्धि दिखाती है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का रुझान बढ़ रहा है। खास बात यह है कि दुनिया के कई देशों की कुल जीडीपी भी 3 ट्रिलियन डॉलर से कम है, जिससे क्रिप्टोकरेंसी बाजार की ताकत का अनुमान लगाया जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में तेजी की उम्मीद जताई जा रही है, और यह संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस बाजार का आकार और भी बढ़ सकता है। ट्रम्प प्रशासन के कदमों और क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते स्वीकृति के साथ, इस क्षेत्र में निवेशकों का विश्वास मजबूत हो रहा है।