आचार्य विष्णुगुप्त
दुर्घटना कहने वाले कहते रहें। मैं नहीं मानता। मैं अनुभवों और परिस्थिति जन्य जानकारियों के आधार पर यह कह सकता हूं कि चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ सीडीएस विपिन रावत के हेलीकाप्टर को एक गहरी साजिश के तहत दुर्घटना कराया गया। साजिशन तकनीकी गड़बड़ियां की गयी होगी या फिर अन्य तरीकों से हेलीकाप्टर को दुर्घटनाग्रस्त कराया गया होगा।
बिपिन रावत कोई छोटे सेना के अधिकारी नहीं थे। वे सेना के सबसे बड़े अधिकारी थे। सबसे बड़ी बात यह है कि विपिन रावत पाकिस्तान और चीन को सबक सिखाने के लिए युद्धक नीतियां मजबूत कर रहे थे। विपिन रावत चीन और पाकिस्तान के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब भी दे रहे थे। कश्मीर में उन्होंने आतंकवादियों को कठोरता के साथ कुचलने की नीति अपनायी थी और सेना को पूरी छूट दे रखी थी।
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विपिन रावत पहले सेना के ऐसे सर्वश्रेष्ठ अधिकारी थे जिन्होंने देश के बाहरी ही नहीं बल्कि आतंरिक दुश्मनों को खुलकर ललकारते थे और उनके देशद्रोही करतूतों को भी कठोरता के साथ कुचलने की पैरबी करते थे। इसलिए देश के अंदर भी बिपिन रावत के दुश्मनों की कोई कमी नहीं थी।
उन्होंने हथियार दलालों और सेना की आपूर्ति लाइन में रिश्तवखोरी पर अंकुश लगा था। नरेन्द्र मोदी की सरकार में हथियार दलालों की एक नहीं चल रही थी और हथियार दलालों की करोड़ों-अरबों कमाने के सपने टूट रहे थे। सेना के लिए जरूरी सामानों की आपूर्ति में चल रही रिश्वतखेारी भी रूकी थी। नरेन्द्र मोदी की सरकार और चीफ आॅफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने सेना के आपूति सिस्टम में रिश्वतखोरी पर अंकुश लगाया था। इस कारण आपूर्ति दलाल भी उनसे नाराज थे।
सेना का जब कोई सर्वश्रेष्ठ अधिकारी जिस हेलीकाॅप्टर और जिस विमान पर सफर करते हैं उस विमान और हेलीकाॅप्टर की तकनीकी कमियां पहले ही दूर कर ली जाती हैं। चाकचैबंद सुरक्षा की गारंटी देने वाला हेलीकाॅप्टर में ही ऐसे अधिकारी सफर करते हैं। ऐसे मामलों में बहुत सारी सरकारी नियम कानूनों का पालन करना होता है और गोपनीयता बरतनी होती है। इसीलिए बिपिन रावत की इस कथित दुर्धटना में मृत्यु की घोषणा नहीं हो रही है। लेकिन मेरी जानकारी है कि विपीन रावत की मृत्यु हो चुकी है।
मैं इस बहादुर देशभक्त और महान सैनिक बिपिन रावत और उनके साथ मृत्यु को प्राप्त सभी सैनिकों को विनम्र श्रद्धांजलि प्रकट करता हूं और भारत सरकार से मांग करता हूं कि साजिश की पूरी जांच करें और साजिशकर्ताओं का विध्वंस भी करें।