राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान जा पहुची है. झालावाड़ में यात्रा के प्रवेश करने पर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा को तिरंगा सौंपा. झालावाड़ पहुंचते ही भारत जोड़ो यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत हुआ, राहुल गांधी को देखने और यात्रा में शामिल होने के लिए कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गए जिसमे राजस्थान कांग्रेस एक साथ नजर आई. इस मोके पर राहुल गांधी के साथ अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ हाथ पकड़कर डांस करते हुए नजर आए. आदिवासियों के साथ कमलनाथ भी थिरकते दिखाई दिए. आदिवासी नृत्य कार्यक्रम का आयोजन चंवली मेें किया गया था.
राहुल गाँधी ने कहा हम मेहनत करना जानते है
सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘यह महात्मा गांधी की पार्टी है, सावरकर या गोडसे की नहीं. हम कड़ी मेहनत करना जानते हैं. मैं बीजेपी और आरएसएस को डर फैलाने नहीं दूंगा. मैं उनसे नफरत नहीं करता. यह नफरत का देश नहीं है.’ सीएम अशोक गहलोत ने कहा, ‘राहुल गांधी ने आजादी के बाद सबसे कठिन यात्रा भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है. देशवासियों की भावना का प्रतिनिधित्व करते हुए राहुल इस यात्रा पर निकले हैं
महंगाई और बेरोजगारी पर क्या बोले सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ गई है. देश में हिंसा की जगह भाईचारा होना चाहिए. न्यायपालिका, चुनाव आयोग तनाव में हैं, ईडी और सीबीआई का खौफ दिखाया जा रहा है. और, पूरा देश यह सब देख रहा है. मीडिया के कुछ हिस्से को छोड़कर बाकी देश का सारा मीडिया यात्रा को बॉयकॉट कर रहा है.
4 से 6 दिसंबर तक झालावाड़ में रहेगी यात्रा
झालावाड़ जिले में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर से 6 दिसंबर तक रहेगी. दौसा में 13 दिसंबर से 16 दिसंबर तक यात्रा का पड़ाव रहेगा. 12वें दिन यात्रा को विश्राम मिलेगा. सवाई माधोपुर जिले में 11 दिसंबर से 12 दिसंबर तक टोंक को छूते हुए यात्रा पहुंचेगी. कोटा-बूंदी में 7 दिसंबर से 10 दिसंबर तक 4 दिन यात्रा का प्रवास रहेगा. 9 दिसंबर को सोनिया गांधी का जन्मदिन भी आ रहा है. राजनैतिक गलियारे में चर्चा आम हो गई है कि सोनिया गांधी कोटा आ सकती हैं और भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बन सकती हैं. सूत्रों के अनुसार, कोटा में सोनिया गांधी का जन्मदिवस मनाया जाएगा. राहुल गांधी के दिल्ली जाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.