New Year Scam Alert : दुनिया में तेजी से तकनीकी विकास हो रहा है, और इसके साथ ही हमारे जीवन की हर पहलू में इंटरनेट और आधुनिक तकनीकी उपकरणों की बढ़ती हुई निर्भरता भी देखने को मिल रही है। मनोरंजन, कामकाजी गतिविधियां, बैंकिंग, शॉपिंग, और कई अन्य कार्य अब डिजिटल माध्यमों से हो रहे हैं। हालांकि, इस विकास के साथ-साथ साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। एक नई तकनीकी धोखाधड़ी सामने आई है जो न केवल नए साल के जश्न को फीका कर सकती है, बल्कि आपकी वित्तीय सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकती है।
नए साल के जश्न में साइबर अपराधियों का नया तरीका
नया साल शुरू होने में कुछ ही दिन बाकी हैं, और साइबर अपराधियों ने नया तरीका खोज लिया है, जिसके जरिए वे लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। वे नए साल की बधाई और शुभकामनाओं के नाम पर एपीके फाइल या लिंक भेजते हैं। जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपका व्यक्तिगत डेटा ठगों के पास पहुंच जाता है। इस डेटा का गलत इस्तेमाल करके वे आपके बैंक अकाउंट पर हमला करते हैं, और आप समझ पाते इससे पहले ही आपके पैसे कटने लगते हैं।
नए साल में स्कैम के और भी तरीके
नए साल के मौके पर स्कैमर्स एक और तरीका अपना रहे हैं। वे नकली उपहार या ऑफर्स का झांसा देकर लोगों को धोखा दे रहे हैं। इसके तहत, स्कैमर्स लोगों को फेक लॉटरी या प्राइज ड्रॉ के नोटिफिकेशन भेजते हैं। फिर वे आपसे व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं और इसके बाद ठगी को अंजाम देते हैं। इसके अलावा, वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हो गए हैं। फेक प्रोफाइल या हैक किए गए अकाउंट्स के जरिए वे आपके दोस्तों का नाटक करके पैसे मांग सकते हैं, और यदि आप न मानें तो ब्लैकमेल भी कर सकते हैं।
नए साल में साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपाय
चलिए जानते हैं कि इन साइबर ठगी से कैसे बचा जा सकता है:
- संदिग्ध लिंक और फाइलों से बचें : अगर आपको नए साल पर बधाई का संदेश या ईमेल आता है, तो लिंक या फाइल खोलने से पहले एक बार जरूर सोचें। इसे खोलने से पहले इसकी पूरी जांच करें।
- ऑफर्स और लॉटरी के झांसे से बचें : किसी भी अवैध ई-कॉमर्स साइट से खरीदारी करने से बचें। अगर आपको कोई बड़ा ऑफर या लॉटरी जीतने का संदेश मिले, तो इसकी वेबसाइट की सत्यता गूगल पर जांचें।
- कॉल्स और एसएमएस से सावधानी बरतें : कई स्कैमर्स अब AI का उपयोग करके बैंक या इनकम टैक्स अधिकारी बनकर लोगों से जानकारी हासिल करते हैं। ऐसे में किसी भी कॉल या एसएमएस पर संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
- स्पैम कॉल्स की पहचान करें : स्पैम कॉल्स की पहचान करने के लिए कॉलर आईडी ऐप्स का उपयोग करें। संदेहास्पद कॉल्स के नंबर को ब्लॉक करें और इसकी रिपोर्ट साइबर क्राइम पोर्टल पर करें।
- बैंक या सरकारी संस्थाओं से जानकारी न साझा करें : ध्यान रखें कि कोई भी बैंक या सरकारी एजेंसी कॉल के माध्यम से संवेदनशील जानकारी या पैसे नहीं मांगती है।
- थर्ड पार्टी वेबसाइट्स से बचें : थर्ड पार्टी सर्विस और वेबसाइट पर अपनी गोपनीय जानकारी दर्ज करने से बचें। इसके अलावा, फोन पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सक्रिय कर सकते हैं, जिससे आपका अकाउंट और डेटा सुरक्षित रहेगा।