MS Dhoni Fitness : भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को कई ऐतिहासिक उपलब्धियां दिलाई हैं। उनकी अगुवाई में भारतीय टीम ने T20 वर्ल्ड कप 2007, ICC वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब अपने नाम किया। इसके अलावा, धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को अब तक पांच बार IPL का खिताब जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
43 वर्षीय धोनी इस बार IPL 2025 में एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने हाल ही में अपनी फिटनेस और सोशल मीडिया से जुड़ी अपनी सोच पर खुलकर बात की।
सोशल मीडिया का फैन नहीं रहे धोनी
यूरोग्रिप टायर्स के एक कार्यक्रम ‘ट्रेड टॉक्स’ के दौरान धोनी ने कहा कि वह सोशल मीडिया के बड़े फैन कभी नहीं रहे। उन्होंने बताया कि उनके पास अलग-अलग मैनेजर थे जो उन्हें पीआर (पब्लिक रिलेशन्स) पर ध्यान देने की सलाह देते थे। 2004 में अपने करियर की शुरुआत के वक्त सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर और इंस्टाग्राम लोकप्रिय हो रहे थे।
धोनी ने कहा, “मेरे मैनेजर मुझसे कहते थे कि मुझे पीआर बिल्ड करना चाहिए, लेकिन मैंने हमेशा कहा कि अगर मैं अच्छा क्रिकेट खेलूंगा, तो मुझे किसी पीआर की जरूरत नहीं होगी। क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करने से बाकी सब कुछ अपने आप हो जाएगा।”
फिटनेस पर धोनी की राय
2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी अब भी आईपीएल के 18वें सीजन के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। फिटनेस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “अब मैं पहले जैसा फिट नहीं हूं। इस उम्र में फिटनेस बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आपको अपनी डाइट का खास ध्यान रखना होता है। मैं अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास कर रहा हूं। हालांकि, तेज गेंदबाजों की तुलना में हमारी (बल्लेबाजों की) जरूरतें उतनी तीव्र नहीं होतीं।”
खेलों से फिटनेस बनाए रखने में मदद मिलती है
धोनी ने बताया कि जिम में समय बिताने के अलावा, अन्य खेल खेलना उनकी फिटनेस बनाए रखने में मदद करता है। उन्होंने कहा, “जब भी मुझे समय मिलता है, मैं टेनिस, बैडमिंटन और फुटबॉल जैसे खेल खेलना पसंद करता हूं। यह न केवल मुझे व्यस्त रखता है बल्कि फिट रहने का शानदार तरीका भी है।”
इंटरनेशनल क्रिकेट को मिस नहीं करते धोनी
इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहने के बारे में धोनी ने कहा, “मैंने सोच-समझकर अपने फैसले लिए हैं। एक बार जब आपने फैसला कर लिया, तो उस पर बार-बार सोचने का कोई फायदा नहीं। मुझे अपने करियर में जो कुछ भी करने का मौका मिला, उससे मैं पूरी तरह संतुष्ट और खुश हूं।”