1996 में एक ग्रुप प्रेसिडेंट के पद पर रहने के दौरान थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों की मदद की, कार्यकाल पूरा हो गया लेकिन सफर नहीं रुका, 28 सालों से थैलेसीमिया के साथ अन्य प्रोजेक्ट पर कर रही हूं कार्य, डॉ रजनी भंडारी