कर्नाटक पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने हासन से जनता दल (Secular) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न का चौथा मामला दर्ज किया है। रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न के तीन अन्य मामलों में पहले से ही जांच चल रही थी। हासन से भाजपा के पूर्व विधायक प्रीतम गौड़ा समेत तीन अन्य लोगों को भी इसमें शामिल किया गया है। पुलिस के सूत्रों से बताया गया कि प्रीतम गौड़ा, किरण और शरत पर आरोप है कि उन्होंने वीडियो कॉल पर पीड़िता का यौन उत्पीड़न करते हुए प्रज्वल रेवन्ना द्वारा रिकॉर्ड की गई तस्वीरें साझा कीं।
रेवन्ना के खिलाफ अन्य मामले भारतीय दंड संहिता ( IPC) की यौन उत्पीड़न की धारा के तहत दर्ज किए गए हैं, जबकि यह मामला पीछा करने, यौन उत्पीड़न, पीड़िता को आपराधिक धमकी देने और पीड़िता की तस्वीरों को गुप्त रूप से रिकॉर्ड करने और साझा करने के तहत दर्ज किया गया है, जो आईपीसी की धारा 354A 354B, 354D , 506 और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम की 66E के तहत आता है। पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि यौन उत्पीड़न की रिकॉर्डिंग प्रज्वल रेवन्ना ने साझा की थी, जिससे उसकी और उसके परिवार की छवि खराब हुई और उसे शर्मिंदगी उठानी पड़ी।
रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा था कि 16 जून को सूरज रेवन्ना ने अपने फार्महाउस पर उसका यौन उत्पीड़न किया था। पीड़ित को मेडिकल जांच के लिए बेंगलुरु ले जाया गया है। लाइवमिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, JD(S) पार्टी कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि उसने पहले नौकरी के लिए रेवन्ना से संपर्क किया था, उसके बाद उसने उसका यौन उत्पीड़न किया। वहीं रेवन्ना ने तर्क दिया कि पार्टी कार्यकर्ता के दावे झूठे थे और वह रेवन्ना से 5 करोड़ रुपये की जबरन वसूली करने की कोशिश कर रहा था।