मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के अभ्यर्थियों द्वारा इंदौर में चार दिनों तक चला धरना-प्रदर्शन रविवार सुबह 5 बजे समाप्त हो गया। कड़ाके की ठंड के बीच हजारों छात्र अपनी मांगों को लेकर डटे हुए थे। आखिरकार प्रशासन के साथ लंबी चर्चा के बाद आंदोलन को समाप्त किया गया, और छात्र अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल के लिए रवाना हुए।
रात 3 बजे कलेक्टर ने छात्रों से की मुलाकात
शनिवार देर रात 3 बजे इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की। करीब दो घंटे तक चली इस चर्चा के बाद सहमति बनी कि छात्र भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे। छात्रों की ओर से प्रतिनिधिमंडल भोपाल रवाना हुआ।
2 हजार से ज्यादा छात्र थे शामिल
धरना-प्रदर्शन में करीब 2 हजार से ज्यादा छात्र शामिल थे। ये छात्र MPPSC की परीक्षाओं और उनके परिणामों से संबंधित मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। कड़ाके की ठंड के बावजूद छात्र लगातार अपनी मांगों को लेकर धरने पर डटे रहे।
शनिवार रात को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार धरना स्थल पर पहुंचे और छात्रों की मांगों को जायज बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द इन मुद्दों का समाधान करना चाहिए। सिंघार ने मौके पर मौजूद एडीएम रोशन राय से भी बात की और छात्रों के पक्ष में कार्रवाई का आग्रह किया।
आमरण अनशन पर बैठे छात्रों की बिगड़ी हालत
धरने के दौरान गुरुवार रात से आमरण अनशन पर बैठे अरविंद सिंह भदौरिया की हालत शनिवार को बिगड़ गई। बेहोशी की हालत में उन्हें ड्रीप चढ़ाई गई। उनके साथ छात्र नेता राधे जाट भी अनशन पर थे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अनशनरत छात्रों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली।