टिकट नहीं मिला इसलिए परिवार में घुली रिश्तों की मिठास

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गोंडा : चुनावी (Election) मैदान में उतरकर जीतने का ख्वाब देखने वाले एक दूसरे को पटकनी देने से बाज नहीं आते है, लेकिन एक ऐसा भी परिवार का मामला सामने आया है जो न केवल करीब तीस वर्षों से अधिक समय के बाद एक हुआ है। वहीं जिन रिश्तों में कड़वाहट थी वह भी दूर कर ली गई है। परिवार को एक करने के पीछे कारण बीजेपी द्वारा टिकट नहीं देना था लेकिन यही छोटा सा कारण परिवार को एक करने में कामयाब रहा।

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मामला गोंडा जिले के कर्नलगंज क्षेत्र का है। जानकारी मिली है कि इस सीट से मौजूदा भाजपा के विधायक अजय प्रताप सिंह फिर से टिकट चाहते थे लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें टिकट देने के संबंध में किसी तरह से तव्वजों नहीं देते हुए अन्य किसी को टिकट दे दिया गया। बताया गया है कि इसके बाद राजनीति क्षेत्र में बीते लंबे समय से दुश्मनी पालने वाले दो राजनेताओं का घराना एक हो गया।

जिस घराने के एक होने की जानकारी सामने आई है वह है सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री योगश प्रताप सिंह तथा अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया। बताया गया है कि बीजेपी से टिकट नहीं मिलने की खुशी में ही सपा नेता योगेश प्रताप सिंह ने अजय प्रताप सिंह से राजनीतिक दुश्मनी खत्म करने का ठाना और वे अपने समर्थकों के साथ अजय प्रताप सिंह के घर पहुंच गए। घर पर दोनों एक दूसरे से गले मिले और अपने बरसों पुराने गिले शिकवे को दूर किया। दोनों के परिजनों ने ही एक साथ कर्नलगंज क्षेत्र के सम्मान को बचाने की  सौगंध भी खाई।

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दोनों के राजघराने है

जानकारी के अनुसार योगेश प्रताप सिंह और अजय प्रताप सिंह के राजघराने है और करीब 30 वर्षों से अधिक समय से दोनों परिवारों में राजनीति को लेकर कड़वाहट थी। लेकिन बीजेपी से टिकट कटने के बहाने अब दोनों राजघराने परिवार एक हो गए है।

भैया आप जल्दी स्वस्थ्य हो जाएंगे

बताया गया है कि योगेश प्रताप सिंह लल्ला भैया के घर पहुंचे तथा कुछ दिनों से बीमार चल रहे लल्ला र्भया के पास देर तक बैठे रहे तथा यह कहा कि भैया आप जल्द ही स्वस्थ्य हो जाएंगे। उन्होंने उस चिकित्सक के बारे में भी पूछा जिससे लल्ला भैया अपना इलाज करा रहे है।

सपा का दामन थामने का ऐलान

दोनों ही परिवारों ने बाद में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दोनों परिवारों के एक होने संबंधी जानकारी दी तथा यह भी बताया कि लल्ला भैया ने अपने पांच हजार समर्थकों के साथ सपा का दामन थामने का भी ऐलान किया। प्रेस वार्ता के दौरान राजघराने से संबंध रखने वाले दोनों ही नेता भावुक भी हो गए थे।