भोपाल : प्रदेश के उन विद्यार्थियों के लिए यह खुश खबरी ही होगी जिन्होंने कोरोना के कारणवश स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम और तृतीय सत्र की परीक्षा नहीं दी थी, ऐसे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा विभाग परीक्षा खत्म होने के दस दिनों के भीतर परीक्षा दे सकेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की चुनौतियों के बीच प्रदेश में उच्च शिक्षा का स्तर गुणवत्तापूर्ण बनाये रखा जायेगा, ताकि देश-विदेश में प्लेसमेंट के समय विद्यार्थियों की डिग्री कमतर न आँकी जाये।
भोपाल में आयोजित बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा शैलेन्द्र सिंह, आयुक्त दीपक सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शासकीय विश्वविद्यालयों के पास प्रदेश में काफी जमीन है। इसके बेहतर उपयोग और प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकों की उपलब्धता के लिये ग्वालियर, उज्जैन और भोपाल में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। अपर मुख्य सचिव श्री शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रदेश के हर विश्वविद्यालय में 10 से 15 रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किये जायेंगे, ताकि अधिक से अधिक छात्र पढ़ाई समाप्त होते ही आत्म-निर्भर बन सके।