नई दिल्ली: आज यानी बुधवार को संसद के शीत सत्र में पेश हुए 12 में से 10 बिल पास हो गए हैं. इसमें से दो ऐसे बिल है जो स्तर पटेल पर रखे गए थे. पीआरएस वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, लोकसभा में चर्चा करने के लिए कुल 83.2 घंटे तय थे जिसमें से सिर्फ 26.5 घंटे कामकाज हुआ. निचले सदन में अधिकतम समय (37 घंटे) गैर-विधायी कार्यों में बीता. वहीं राज्यसभा में 45.4 घंटों में से सिर्फ 21.7 घंटे बहस हुई.
आज यानी बुधवार को कई मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदन की करवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. वहीं, नेता डेरेक ओब्रायन भी गलत व्यवहार की वजह से निलंबित हो गए है.
दरअसल चुनाव सुधार से जुड़े कानून को पारित कराते वक्त डेरेक ने रूल बुक ही महासचिव के सामने टेबल पर फेंक दिया। विधेयक पर मतदान की जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि विपक्ष वाकआउट कर चुका था और विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया.