Bhopal : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 दिसंबर को स्थानीय अवकाश की घोषणा की गई है। यह फैसला भोपाल गैस त्रासदी की 39वीं बरसी के मौके पर लिया गया है। इस दिन शहर के सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। प्रशासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

यह अवकाश हर साल 1984 में हुई दुनिया की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदियों में से एक, भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों की याद में दिया जाता है। 2 और 3 दिसंबर, 1984 की दरम्यानी रात को यूनियन कार्बाइड के प्लांट से जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव हुआ था, जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।
शहरी क्षेत्र में लागू होगा आदेश
जारी किए गए आदेश के अनुसार, यह अवकाश केवल भोपाल नगर निगम की सीमा के भीतर ही लागू होगा। इसका मतलब है कि जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यालय और अन्य संस्थान सामान्य दिनों की तरह खुले रहेंगे।
त्रासदी की याद
हर साल 3 दिसंबर का दिन भोपाल के लिए एक शोक दिवस के रूप में होता है। इस दिन शहर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाती है। स्थानीय अवकाश का उद्देश्य भी यही है कि लोग इस दिन को याद करें और पीड़ितों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें। इस दिन को याद करते हुए कई संगठन प्रार्थना सभाएं और अन्य कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।
इस अवकाश के चलते शहर के बैंकों में भी कोई कामकाज नहीं होगा। इसलिए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंकिंग से जुड़े काम पहले ही निपटा लें। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं इस अवकाश के दौरान भी जारी रहेंगी।










