मध्य प्रदेश में इस बार सर्दी ने सामान्य समय से पहले ही दस्तक दे दी है। नवंबर के मध्य तक जहां हल्की ठंड पड़ने की उम्मीद रहती है, वहीं इस बार प्रदेश के कई इलाकों में तापमान तेजी से नीचे गिरने लगा है। मौसम विभाग ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अभी ठंड और शीतलहर का दौर कुछ दिन और जारी रहेगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और शहडोल, इन सभी क्षेत्रों में अगले 48 घंटों तक शीतलहर चलने के संकेत हैं।
पचमढ़ी फिर बना सबसे ठंडा स्थान
राज्य का हिल स्टेशन पचमढ़ी एक बार फिर कड़ाके की ठंड का केंद्र बना हुआ है। यहाँ रात का न्यूनतम तापमान मात्र 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे बड़ा गिरावट माना जा रहा है। इसके अलावा कई जिलों में भी पारा काफी नीचे लुढ़क गया। राजगढ़ 8 डिग्री पर पहुंच गया, नौगांव 8.5 डिग्री तक ठंडा हो गया। खरगोन में तापमान 8.8 डिग्री, नरसिंहपुर में 9 डिग्री, खंडवा में 9.4 डिग्री और उमरिया में 10.2 डिग्री दर्ज किया गया। ये सभी आंकड़े संकेत करते हैं कि उत्तर भारत से आने वाली बर्फीली हवाओं ने मध्य प्रदेश की सर्दी को पहले ही तेज कर दिया है।
वैज्ञानिक बोले- हवाओं की दिशा बदलेगी, मिलेगी मामूली राहत
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश अभी जिस ठंड को महसूस कर रहा है, वह मुख्य रूप से उत्तर से बह रही तेज, शुष्क और ठंडी हवाओं की वजह से है। हालांकि, अगले दो से तीन दिनों में विंड पैटर्न में हल्का बदलाव आने की संभावना है। इससे तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है और ठंडक में मामूली नरमी दिखाई दे सकती है। लेकिन राहत ज्यादा लंबे समय तक नहीं टिकेगी, क्योंकि दिसंबर की शुरुआत होते ही तापमान दोबारा तेजी से गिरेगा और प्रदेश में सर्दी और भी ज्यादा सख्त हो जाएगी।
22 नवंबर को कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 22 नवंबर के लिए प्रदेश में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। भोपाल में हल्की सर्द हवा के बीच बादल छाए रह सकते हैं। इंदौर और उज्जैन में दिन के समय हल्की गर्माहट महसूस होगी, पर रात होते ही ठंडी हवाएं फिर हावी होंगी। वहीं ग्वालियर और जबलपुर में बूंदाबांदी और बादल आने की संभावना जताई गई है। इसके चलते मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए हल्के से मध्यम बारिश का अलर्ट दिया है।
24 नवंबर के बाद मौसम में होगा बड़ा बदलाव
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 24 नवंबर से देश के दक्षिण–पूर्वी खाड़ी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) सक्रिय होने वाला है। इसका असर धीरे–धीरे मध्य प्रदेश के मौसम पर भी दिखाई देगा। हालांकि, इस सिस्टम के प्रभाव में आने से पहले आने वाले दो दिनों तक प्रदेश को कड़ाके की ठंड, तेज हवाओं और शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद तापमान में हल्की उछाल देखने को मिल सकती है, लेकिन सर्दी से पूरी राहत अभी दूर है।









