Laxmi Narayan Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल और उनकी युति का विशेष महत्व होता है। इसी क्रम में 23 नवंबर को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होने जा रही है, जब ग्रहों के राजकुमार बुध, तुला राशि में प्रवेश करेंगे। तुला राशि में सौंदर्य और वैभव के कारक शुक्र ग्रह पहले से ही विराजमान हैं। इन दोनों ग्रहों की युति से अत्यंत शुभ माने जाने वाले ‘लक्ष्मी नारायण राजयोग’ का निर्माण होगा।
हालांकि, यह राजयोग केवल तीन दिनों की संक्षिप्त अवधि के लिए ही बनेगा, क्योंकि 26 नवंबर को शुक्र ग्रह तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, यह छोटी सी अवधि भी कुछ राशियों के लिए बेहद भाग्यशाली साबित हो सकती है।
इन 3 राशियों को मिलेगा लाभ
इस तीन दिवसीय राजयोग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन तीन राशियों के लिए यह विशेष रूप से फलदायी हो सकता है।
तुला राशि (Libra)
चूंकि यह युति आपकी ही राशि में बन रही है, इसलिए इसका सबसे अधिक सकारात्मक प्रभाव आप पर देखने को मिल सकता है। इस दौरान भाग्य का पूरा साथ मिलने के संकेत हैं। जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी और पुरानी अनबन समाप्त हो सकती है। समाज में आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और करियर में उन्नति के नए अवसर मिल सकते हैं।
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि के जातकों के लिए भी यह राजयोग लाभकारी परिणाम लेकर आ सकता है। जो लोग रियल एस्टेट, जमीन-जायदाद या प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़े हैं, उन्हें अच्छा मुनाफा हो सकता है। आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी और बैंक लोन या कर्ज लेने के प्रयासों में सफलता मिल सकती है। कला एवं साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी लाभ मिलने की उम्मीद है। अविवाहित जातकों के लिए विवाह के अच्छे प्रस्ताव आ सकते हैं।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों को भी इस शुभ योग का लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। इस अवधि में आपको पारिवारिक सुख और संपत्ति का लाभ मिल सकता है। व्यापार में कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है, जिससे अच्छा मुनाफा होगा। नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में तरक्की मिल सकती है। प्रेम संबंधों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे निवेश से भी लाभ के योग बन रहे हैं।
क्या है Laxmi Narayan Rajyog ?
ज्योतिष में बुध और शुक्र ग्रह की युति को बहुत ही शुभ माना जाता है। बुध को बुद्धि, तर्क, संचार और व्यापार का कारक ग्रह कहा जाता है, जबकि शुक्र धन, सौंदर्य, कला और भौतिक सुख-सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब भी किसी राशि में ये दोनों ग्रह एक साथ आते हैं, तो ‘लक्ष्मी नारायण राजयोग’ बनता है। मान्यता है कि इस योग के प्रभाव से व्यक्ति पर देवी लक्ष्मी की कृपा बरसती है और उसे धन, वैभव व समृद्धि की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer: यह लेख ज्योतिषीय गणनाओं, पंचांग और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल सूचना पहुंचाना है। किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।)











