मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड की संचालक मंडल की आठवीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिलाने की प्रक्रिया को तेज किया जाए, ताकि इस क्षेत्र में नवाचार और निवेश बढ़ाने वाले व्यक्तियों व उद्यमियों को अधिक सुविधाएं और अवसर मिल सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हेल्थ और वेलनेस टूरिज्म के लिए व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं। इसे बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग को लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग और आयुष विभाग के साथ मिलकर एक मजबूत कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए। जिन राज्यों में वेलनेस टूरिज्म सफलतापूर्वक विकसित हुआ है, उनके मॉडल का अध्ययन कर हर संभाग के लिए अलग रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही, धार्मिक संस्थाओं और ट्रस्टों के सहयोग से इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की संभावनाएं भी बढ़ाई जा सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश के इतिहास, संस्कृति और विरासत पर आधारित फिल्मों को बढ़ावा दिया जाए और अंतरराष्ट्रीय मंचों तथा वन्यजीव-केंद्रित टीवी चैनलों पर मध्य प्रदेश के समृद्ध वन और जैव विविधता का प्रभावी प्रसारण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में पीएमश्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा के तहत इंदौर–उज्जैन–ओंकारेश्वर, भोपाल–मढ़ई–पचमढ़ी और जबलपुर–बांधवगढ़–कान्हा रूट पर सेवाएं शुरू करने पर चर्चा की गई। इसके साथ ही सिंहस्थ–2028 की तैयारियों, ग्रामीण पर्यटन, साहसिक व जल पर्यटन गतिविधियों, निवेश संवर्धन और पर्यटन के राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय प्रचार-प्रसार की रणनीतियों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।










