मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार को उज्जैन से इंदौर पहुंचे, जहां उनका पहला पड़ाव गोपाल मंदिर रहा। मंदिर परिसर में बने नए ऑडिटोरियम का उन्होंने निरीक्षण किया, इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें बताया कि यह हॉल छोटे कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त रहेगा। इसके बाद सीएम मंदिर की पहली मंजिल पर पहुंचे और झरोखे से उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। इसी दौरान बिहार चुनाव के शुरुआती रुझान आने लगे, जिनकी जानकारी उन्होंने साथ मौजूद भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा से ली।
वे लगभग 20 मिनट तक मंदिर में ठहरे और इस दौरान उन्होंने दर्शन भी किए। इसके बाद एयरपोर्ट रवाना होने से पहले उनका काफिला एमजी रोड थाने पर रुका, जहाँ उन्होंने थाने का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों से दर्ज मामलों की जानकारी ली और यह भी जाना कि नए भवन में कार्य करते समय उन्हें किसी प्रकार की समस्या तो नहीं हो रही है।
इसके बाद वे भाजपा कार्यालय पहुंचे और बिहार चुनाव में एनडीए की जीत पर आयोजित庆 समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे बड़वानी के लिए रवाना हुए, जहाँ वे जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बिहार चुनाव में एनडीए को मिले बहुमत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब बिहार में मतदान हो रहे थे, तब राजकुमार मध्य प्रदेश में छुट्टियां बिता रहे थे। उन्होंने टिप्पणी की कि कांग्रेस हमेशा की तरह हार के बाद बौखलाई हुई दिखाई देती है। राहुल गांधी को यह पराजय पहले से अनुमानित थी। सीएम ने कहा कि हमने पहले ही कहा था—दूल्हा तो मैदान छोड़ गया, लेकिन बैंड-बाजा और घोड़ी पूरी तरह तैयार हैं। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और यही हमारी जीत का आधार बना।










