Anant Singh Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का इंतजार खत्म हो रहा है। शुक्रवार, 14 नवंबर को हो रही मतगणना में सभी की निगाहें हाई-प्रोफाइल मोकामा सीट पर टिकी हैं। शुरुआती रुझानों में, JDU के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बाहुबली नेता अनंत सिंह ने बड़ी बढ़त बना ली है। वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, RJD की वीणा देवी से काफी आगे निकल गए हैं।
यह चुनाव अनंत सिंह के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ था, क्योंकि मतदान से ठीक पहले हुई एक हत्या के मामले में उनका नाम आया था। इसके बावजूद, रुझानों में उनकी मजबूत पकड़ दिखाई दे रही है। इस सीट पर जनसुराज पार्टी के पीयूष प्रियदर्शी भी मैदान में थे, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा था।
मोकामा विधानसभा सीट पर हुई अब तक की गिनती में मोकामा से अनंत सिंह ने 14480 वोटों से आगे चल रहे है। उन्हें अब तक 45386 वोट मिल चुके है वहीं वीणा देव को सिर्फ 30906 वोट ही मिले है।
हत्याकांड के साये में हुआ था चुनाव
मोकामा में इस बार का चुनाव बेहद तनावपूर्ण माहौल में हुआ। मतदान से कुछ दिन पहले ही स्थानीय नेता दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड का आरोप सीधे तौर पर अनंत सिंह पर लगा, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी हुई। दुलारचंद यादव, जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी का समर्थन कर रहे थे, जिससे राजनीतिक समीकरण और उलझ गए थे।
विपक्षी दलों, खासकर RJD और जनसुराज ने इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया। हालांकि, इन सब विवादों के बीच 6 नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान में मोकामा में बंपर वोटिंग हुई। यहां करीब 64% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो पिछले चुनाव से काफी ज्यादा था।
2020 से अब तक कैसे बदले समीकरण
मोकामा की राजनीति में अनंत सिंह का दबदबा पुराना है, लेकिन उनके राजनीतिक दल बदलते रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने RJD के टिकट पर चुनाव लड़ा था और JDU के राजीव लोचन नारायण सिंह को हराया था। उस चुनाव में अनंत सिंह को करीब 53% वोट मिले थे।
जीत के बाद, एक पुराने आपराधिक मामले में दोषी पाए जाने के कारण उन्हें अपनी विधायकी गंवानी पड़ी। इसके बाद हुए उपचुनाव में अनंत सिंह ने अपनी पत्नी नीलम देवी को RJD के टिकट पर मैदान में उतारा और वह भी जीत गईं। इस बार समीकरण पूरी तरह बदल गए और अनंत सिंह ने RJD छोड़कर NDA खेमे में JDU का दामन थाम लिया।
आरोपों के बावजूद NDA ने झोंकी ताकत
दुलारचंद यादव हत्याकांड में नाम आने और गिरफ्तारी के बावजूद JDU और NDA ने अनंत सिंह पर भरोसा कायम रखा। उनकी गैरमौजूदगी में केंद्रीय मंत्री और मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उनके लिए प्रचार की कमान संभाली। वहीं, RJD ने अनंत सिंह पर लगे आरोपों को लेकर सरकार और JDU पर जमकर निशाना साधा। अब मतगणना के रुझान बता रहे हैं कि अनंत सिंह का दबदबा बरकरार है और हत्या के आरोप भी उनके वोट बैंक को प्रभावित नहीं कर पाए हैं। हालांकि, अंतिम नतीजों की घोषणा शाम तक होने की उम्मीद है।











