Khesari Lal Yadav Election Result : भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव लगातार चल रहे पीछे, इतने वोट से आगे हुई बीजेपी की छोटी कुमारी

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By Raj RathorePublished On: November 14, 2025
Khesarilal Yadav Election Result

Khesarilal Yadav Election Result: बिहार की सबसे चर्चित विधानसभा सीटों में से एक छपरा पर मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव भारतीय जनता पार्टी (BJP) की छोटी कुमारी से पीछे चल रहे हैं। दो राउंड की गिनती पूरी होने के बाद छोटी कुमारी ने 1627 वोटों की निर्णायक बढ़त बना ली है।



इस हाई-प्रोफाइल सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं, जहां एक तरफ खेसारी लाल की स्टार पावर है तो दूसरी तरफ बीजेपी का मजबूत सांगठनिक ढांचा। जन सुराज के जय प्रकाश सिंह भी मैदान में हैं, जो मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

मतगणना में दिखा उतार-चढ़ाव

सुबह 8 बजे मतगणना शुरू होते ही रुझानों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआती पलों में बीजेपी की छोटी कुमारी ने बढ़त बनाई, लेकिन कुछ ही देर बाद RJD के खेसारी लाल आगे निकल गए। हालांकि, यह बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह सकी और पहले राउंड की गिनती खत्म होने तक छोटी कुमारी ने 974 वोटों से फिर बढ़त हासिल कर ली।

दूसरे राउंड की गिनती पूरी होने पर उन्होंने अपनी बढ़त को और मजबूत करते हुए 1627 वोटों का अंतर बना लिया। खेसारी लाल यादव लगातार पिछड़ते दिख रहे हैं, जिससे RJD खेमे में चिंता की लकीरें हैं।

स्टार पावर बनाम बीजेपी का नया चेहरा

छपरा सीट इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि यहां RJD ने भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव पर दांव लगाया है। वहीं, बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायक सीएन गुप्ता का टिकट काटकर छोटी कुमारी को मैदान में उतारा है। 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में यह सीट बीजेपी के ही खाते में गई थी, जिसे बरकरार रखने की चुनौती छोटी कुमारी पर है।

छपरा का राजनीतिक और ऐतिहासिक महत्व

सारण जिले का मुख्यालय छपरा, घाघरा और गंगा नदियों के संगम पर बसा एक ऐतिहासिक शहर है। इसका जिक्र सम्राट अकबर के शासनकाल के ‘आईन-ए-अकबरी’ में भी मिलता है, जहां इसे एक प्रमुख राजस्व डिवीजन (सरकार) के रूप में दर्शाया गया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यहां स्थित अंबिका भवानी मंदिर में राजा दक्ष का ‘यज्ञ कुंड’ था, जहां देवी सती ने आत्मदाह किया था।

कैसा रहा है चुनावी इतिहास?

1957 में स्थापना के बाद से छपरा विधानसभा सीट पर 17 चुनाव हो चुके हैं। यहां किसी एक दल का दबदबा नहीं रहा है। कांग्रेस और बीजेपी (पूर्व में भारतीय जनसंघ) ने चार-चार बार जीत दर्ज की है। कांग्रेस की आखिरी जीत 1972 में हुई थी। वहीं, RJD, जनता पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार दो-दो बार विजयी रहे हैं।

यह सीट लालू प्रसाद यादव के परिवार के लिए भी अहम रही है। लालू यादव ने यहां से चार बार सारण (पहले छपरा) लोकसभा सीट जीती है। हालांकि, बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी ने यहां पांच बार जीत हासिल की है, जिसमें 2014, 2019 और 2024 की लगातार जीत शामिल है। हालिया लोकसभा चुनाव में उन्होंने लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को हराया था।