इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस ट्रॉफी का आगमन राज्य के स्वर्णिम खेल इतिहास को पुनः स्मरण कराने वाला गौरवपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि हॉकी इंडिया में उत्तर प्रदेश का योगदान सदैव उल्लेखनीय रहा है। हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का जन्म इसी पावन भूमि पर हुआ था। उनकी स्मृतियों को सहेजने के लिए प्रदेश सरकार मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य कर रही है।
उन्होंने आगे बताया कि भारतीय हॉकी के एक और महान खिलाड़ी के.डी. सिंह बाबू का जन्म भी उत्तर प्रदेश में हुआ था, और उनकी यादों को संरक्षित करने के लिए बाराबंकी स्थित उनके पैतृक आवास को एक आधुनिक संग्रहालय के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार निरंतर प्रयासरत है।
गौरतलब है कि भारत में आयोजित होने वाला जूनियर हॉकी विश्वकप 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरई में खेला जाएगा। इसी प्रतियोगिता की ट्रॉफी बुधवार को लखनऊ पहुंची।









