Indore में पुलिस ने पुलिस वालों का ही काटा चालान, बहस करने से कुछ नहीं हुआ, वर्दी वालों को भी भरना पड़ा जुर्माना

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By Raj RathorePublished On: November 11, 2025
Indore Police

Indore: शहर में यातायात नियमों को लागू कराने वाली पुलिस अब खुद ही इसके दायरे में आ गई है। मंगलवार को इंदौर में एक अनोखी कार्रवाई देखने को मिली, जब पुलिस ने आम लोगों की जगह अपने ही विभाग के कर्मचारियों के चालान काटे। पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह के सख्त निर्देशों के बाद, बिना हेलमेट पहने ड्यूटी पर आने वाले पुलिसकर्मियों पर यह कार्रवाई की गई।

कंट्रोल रूम के बाहर पुलिस ने पुलिस को रोका



मंगलवार सुबह पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम का नजारा रोज से बिल्कुल अलग था। यहां ट्रैफिक पुलिस की एक टीम ने उन पुलिसकर्मियों को रोकना शुरू कर दिया, जो बिना हेलमेट लगाए दोपहिया वाहन से कंट्रोल रूम परिसर में दाखिल हो रहे थे। इस औचक कार्रवाई से पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया।

कई पुलिसवालों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से बहस की और अपनी कोई न कोई मजबूरी भी बताई, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। ट्रैफिक दस्ते ने नियमों का हवाला देते हुए किसी को कोई रियायत देने से साफ इनकार कर दिया। कुछ पुलिसकर्मियों से मौके पर ही स्पॉट फाइन वसूला गया, जबकि कई अन्य के खिलाफ ऑनलाइन चालान जारी किए गए।

सोशल मीडिया पर किरकिरी के बाद जागा विभाग

यह कार्रवाई पुलिस की छवि सुधारने की एक बड़ी कोशिश मानी जा रही है, जो हाल ही में सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना कर रही थी। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से डीसीपी आनंद कल्यादगी के नेतृत्व में पुलिस टीम राजवाड़ा समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर हेलमेट जागरूकता अभियान चला रही थी। इसी दौरान, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने बिना हेलमेट पहने घूमते पुलिसकर्मियों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करना शुरू कर दिया।

लोगों ने सवाल उठाया कि जब पुलिसकर्मी खुद नियमों का पालन नहीं करते, तो वे जनता से इसकी उम्मीद कैसे कर सकते हैं? यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह तक पहुंचा, जिसके बाद विभाग के भीतर ही अनुशासन कायम करने और जनता में सही संदेश देने के लिए यह सख्त कदम उठाने का फैसला किया गया।

कमिश्नर की चेतावनी 

पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने पदभार संभालने के बाद ही स्पष्ट कर दिया था कि यातायात नियम सभी के लिए बराबर हैं, चाहे वह आम नागरिक हो या पुलिसकर्मी। इस कार्रवाई से पहले, विभाग के भीतर तीन दिनों तक एक विशेष अभियान चलाकर पुलिसकर्मियों को हेलमेट पहनने के लिए समझाया गया था। उन्हें चेतावनी दी गई थी कि इसके बाद लापरवाही बरतने वालों पर सख्ती की जाएगी। जब समझाइश के बावजूद कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट के नजर आए, तो मंगलवार को सीधे चालानी कार्रवाई शुरू कर दी गई।