मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेने जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए राज्य के 18 जिलों में भारी से मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, नया सिस्टम सक्रिय होने के कारण कई इलाकों में बादल छाए रहेंगे और तेज़ बारिश के साथ गरज-चमक की स्थिति बन सकती है।मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है उनमें इंदौर, उज्जैन, रतलाम, धार, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, सीहोर, हरदा, नर्मदापुरम, बुरहानपुर और अलीराजपुर शामिल हैं। इन जिलों में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी आशंका है।
ठंड ने दस्तक दी, निकले कंबल और स्वेटर
मध्य प्रदेश में अब मौसम ने करवट ले ली है। सुबह की हल्की ठंड और रात की ठंडी हवाएं इस बात का संकेत दे रही हैं कि सर्दी धीरे-धीरे दस्तक दे रही है। कई जिलों में लोग अब गर्म कपड़े निकालने लगे हैं। दिन में भले ही धूप तेज़ निकल रही हो, लेकिन सुबह और देर शाम का मौसम अब ठंडक भरा महसूस होने लगा है। वातावरण में नमी घटने और हवाओं की दिशा बदलने से प्रदेश में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है।
मानसून की विदाई का सिलसिला जारी
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब मध्य प्रदेश से अलविदा कहने की तैयारी में है। जबलपुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, उज्जैन और गुना जैसे जिलों से मानसून की औपचारिक विदाई हो चुकी है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले तीन से चार दिनों में यह सिस्टम पूरे राज्य से वापस लौट जाएगा। मानसून की वापसी के साथ ही आसमान साफ़ होने लगा है और हवा में हल्की ठंडक घुल गई है।
दिन में धूप, रात में गुलाबी ठंड
प्रदेश का मौसम इस समय दो रंग दिखा रहा है। दिन के समय सूरज अपनी पूरी गर्मी के साथ चमक रहा है, जबकि रात में तापमान गिरने से हल्की सिहरन महसूस हो रही है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में सुबह की हवा में ठंडक बढ़ी है। खेतों और बागानों में ओस की बूंदें दिखाई देने लगी हैं। यही वो समय है जब लोग मौसम में बदलाव का अहसास करते हैं न गर्मी, न सर्दी, बस एक सुहावनी ठंडक जो दिल को सुकून देती है।
14 अक्टूबर से एक्टिव होगा नया सिस्टम
हालांकि मानसून अब विदा हो चुका है, लेकिन मौसम विभाग ने बताया है कि 14 अक्टूबर के आसपास एक नया मौसम तंत्र (सिस्टम) फिर से सक्रिय हो सकता है। इससे राज्य के कुछ इलाकों खासकर पूर्वी और दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। यह बरसात बहुत हल्की होगी, पर इससे मौसम और अधिक सुहावना बन सकता है।
आने वाले दिनों में ठंडी हवाएं और तापमान में गिरावट
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अब न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने की संभावना है। वर्तमान में अधिकतम तापमान सामान्य बना हुआ है, लेकिन रातें ठंडी होती जा रही हैं। ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, आगर-मालवा, उज्जैन और रतलाम जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों में रात का पारा 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसका मतलब है कि अब ठंडी हवाएं लोगों को रजाई-कंबल की याद दिलाने लगी हैं।
बारिश की कोई बड़ी संभावना नहीं, पर मौसम रहेगा सुहाना
प्रदेश में फिलहाल किसी भी हिस्से में भारी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले पांच दिनों तक आसमान ज्यादातर साफ रहेगा, हालांकि कुछ इलाकों में हल्की फुहारें पड़ सकती हैं। यह बूंदाबांदी किसी तरह की परेशानी नहीं लाएगी, बल्कि ठंडक और बढ़ा देगी। कुल मिलाकर, मध्य प्रदेश में अब मानसून की विदाई और सर्दी की दस्तक साथ-साथ महसूस की जा रही है।