इंदौर के बाद अब राजधानी भोपाल में भी मेट्रो का सपना साकार होने के करीब है। रेलवे की रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) द्वारा सफल परीक्षण के बाद मेट्रो स्टेशनों पर अंतिम चरण का कार्य तेजी से जारी है। संभावना है कि अगले महीने के मध्य तक भोपाल मेट्रो का लोकल ट्रायल शुरू हो जाएगा, जबकि अक्टूबर तक इसके वाणिज्यिक संचालन की शुरुआत होने की उम्मीद है। इसी बीच राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहम निर्णय लिया है और निजी एजेंसियों के बजाय विशेष ‘SAF मेट्रो कंपनी’ गठित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
SAF मेट्रो कंपनी को सौंपा गया सुरक्षा का दायित्व
प्रदेश सरकार ने मेट्रो की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इंदौर और भोपाल मेट्रो में अब यात्रियों और स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) को सौंपी जाएगी। इसके लिए 40 से 45 वर्ष आयु वर्ग के निरीक्षक से लेकर आरक्षक स्तर तक के SAF अधिकारियों और जवानों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। नई गठित SAF मेट्रो कंपनी स्टेशनों से लेकर ट्रेनों तक सुरक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेगी। साथ ही पूर्व सैन्य कर्मियों को भी इस सेवा में शामिल किए जाने की संभावना है।
ट्रायल रन में 90 किमी प्रति घंटे से दौड़ी मेट्रो
लखनऊ से आई आरडीएसओ की टीम ने भोपाल मेट्रो का परीक्षण 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति पर किया। लगभग 13 दिनों तक इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम, ट्रैक और अन्य तकनीकी मानकों की गहन जांच की गई। इसकी रिपोर्ट के बाद मेट्रो सेफ्टी कमिश्नर की टीम निरीक्षण करेगी और अनुमोदन मिलते ही मेट्रो वाणिज्यिक संचालन के लिए तैयार हो जाएगी। यात्रियों के लिए मेट्रो 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से संचालित होगी, जिससे एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक का सफर महज दो मिनट में पूरा किया जा सकेगा।
तुर्किये कंपनी का टेंडर रद्द
वर्तमान में मेट्रो स्टेशनों पर पार्किंग और आसपास की सड़कों की स्थिति बड़ी चुनौती बनी हुई है। खासकर बोर्ड ऑफिस जैसे अत्यधिक व्यस्त स्टेशनों के लिए मल्टी-लेवल और अंडरग्राउंड पार्किंग की योजना पर कार्य जारी है। टिकटिंग व्यवस्था में भी बदलाव किए जा रहे हैं। तुर्किये की कंपनी को स्वचालित गेट लगाने का ठेका रद्द कर दिया गया है, जिसके चलते शुरुआती दिनों में यात्रियों को मैनुअल टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे।