वाणी में कड़वाहट और निर्णय में भ्रम? जानिए बुध दोष से कैसे पाएं राहत

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By Swati BisenPublished On: July 30, 2025
Budh Dosh in Kundli

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्कशक्ति, संवाद, लेखन, गणना और व्यापार का प्रतिनिधि माना गया है। जब यह ग्रह कुंडली में शुभ स्थिति में होता है तो व्यक्ति को वाकपटुता, समझदारी, निर्णय लेने की क्षमता और व्यापारिक सफलता प्रदान करता है। लेकिन जब यही बुध पाप ग्रहों के प्रभाव में आ जाए या नीच का होकर स्थित हो, तब वह व्यक्ति के जीवन में अनेक समस्याएं खड़ी कर देता है जिसे ‘बुध दोष’ कहा जाता है।


क्या है बुध दोष और कैसे बनता है यह योग?

जब कुंडली में बुध ग्रह शत्रु ग्रहों (जैसे मंगल, राहु, शनि) के साथ युति करता है, या उनके द्वारा दृष्ट होता है, अथवा नीच राशि मीन में स्थित हो या राहु-केतु के साथ मिल जाए, तब व्यक्ति बुध दोष से प्रभावित होता है। यह योग व्यक्ति की सोचने की क्षमता, संवाद शैली और निर्णय लेने की प्रवृत्ति पर विपरीत असर डाल सकता है।

बुध दोष के सामान्य लक्षण

बुध दोष से पीड़ित व्यक्ति में कई तरह की मानसिक और व्यवहारिक समस्याएं देखी जा सकती हैं:

  • वाणी दोष: बार-बार झूठ बोलना, दूसरों से कटु भाषा में बात करना या संप्रेषण में भ्रम उत्पन्न करना।
  • मानसिक अस्थिरता: निर्णय लेने में परेशानी, विचारों में उलझन और चंचल मन।
  • शारीरिक समस्याएं: त्वचा संबंधी विकार, नर्वस सिस्टम की गड़बड़ियां।
  • शैक्षणिक और व्यावसायिक बाधाएं: पढ़ाई में रुकावटें, याददाश्त कमजोर होना और व्यापार में लगातार असफलता।
  • भावनात्मक दिक्कतें: बार-बार उदासी महसूस करना, चिड़चिड़ापन और सामाजिक गलतफहमियां।

बुध दोष से बचाव के लिए सरल उपाय

बुध दोष से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिषीय और धार्मिक उपाय किए जा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • बुधवार का व्रत: हर बुधवार को व्रत रखकर बुध ग्रह को प्रसन्न करने की परंपरा है।
  • हरे वस्त्र और चीजों का प्रयोग: हरे रंग से बुध को शांति मिलती है। हरी सब्ज़ियां, हरे वस्त्र और हरे फल खाएं।
  • गणेश और तुलसी की पूजा: तुलसी का सेवन और गणेश जी की पूजा करने से बुध शांत होता है।
  • सादा भोजन: बुध दोष वाले लोगों को एक समय सादा भोजन करना चाहिए, खासकर बुधवार को।
  • बुध बीज मंत्र जाप: “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें। बुधवार को विशेष लाभ मिलता है।

ज्योतिषीय उपचार और दान-पुण्य

बुध की शांति के लिए ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर विशेष पूजा की जा सकती है। साथ ही:

  • गणेश मंदिर में पंचामृत अभिषेक करें।
  • रुद्राभिषेक करवाना भी शुभ माना गया है।
  • गणेश जी को 21 दूर्वा अर्पित करें।
  • हरी मूंग, कांस्य के बर्तन, हरी सब्ज़ियां और हरे वस्त्र ब्राह्मणों को दान करें।

किन लोगों पर ज्यादा असर डालता है बुध दोष?

कुछ जातकों की कुंडली में बुध ग्रह ज्यादा प्रभावशाली होता है, जैसे:

  • जिनकी कुंडली में बुध लग्नेश, पंचमेश या दशमेश होकर पीड़ित है।
  • विद्यार्थी, पत्रकार, लेखक, वक्ता और व्यापारी इस दोष से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
  • जिनकी कुंडली में बुध वक्री है या अष्टम/बारहवें भाव में स्थित है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।