मध्य प्रदेश में भी मजबूत वर्षा प्रणाली सक्रिय है, जिसके चलते अगले 24 घंटों में ग्वालियर सहित 10 जिलों में बाढ़ की आशंका बनी हुई है। शिवपुरी जिले में एहतियातन स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में भी नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वाराणसी (काशी) में गंगा और वरुणा नदियों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। दोनों नदियों के तटवर्ती डेंजर जोन में आने वाले लगभग 30 हजार घरों पर बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। संभावित जलभराव को देखते हुए लोगों ने पहले ही सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन की तैयारी शुरू कर दी है।
इस मानसून सीजन में अब तक देशभर में औसत से 9% अधिक वर्षा दर्ज की गई है। हरियाणा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली व दमन एवं दीव को अत्यधिक वर्षा वाले राज्यों की श्रेणी में शामिल किया गया है।
इन जिलों में आज भारी बारिश से बाढ़ की आशंका
शनिवार को मौसम प्रणाली कमजोर पड़ सकती है, लेकिन ग्वालियर सहित 10 जिलों में बाढ़ का खतरा अभी भी बना हुआ है। शिवपुरी में आज भी एहतियातन स्कूल बंद रहेंगे। जिन जिलों में बाढ़ की आशंका जताई गई है, उनमें ग्वालियर, छतरपुर, दमोह, कटनी, सागर, सतना, गुना, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और विदिशा शामिल हैं। इन इलाकों में शुक्रवार को भारी वर्षा दर्ज की गई, जिससे जलभराव और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
बारिश ने रोकी पढ़ाई, शिवपुरी में आज स्कूल बंद
शिवपुरी में भारी बारिश के कारण नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के स्कूलों में आज अवकाश घोषित किया गया है। वहीं, छतरपुर में भारी वर्षा के चलते रनगुवां डैम के 12, कुटनी के 7 और लहचूरा डैम के 13 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। शिवपुरी में भी मड़ीखेड़ा अटल सागर बांध के दो गेट खोले गए हैं।
टीकमगढ़ में पूनौल नाला उफान पर रहा और पुल पर करीब 3 फीट तक पानी बहने लगा, जिससे झांसी हाईवे पर ट्रैफिक पूरी तरह रोक दिया गया।
छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा, सतना, डिंडौरी और मऊगंज में भी शुक्रवार को सभी स्कूलों में छुट्टी रही।