तेलुगु सिनेमा के मशहूर अभिनेता और कॉमेडियन फिश वेंकट ने 18 जुलाई 2025 को हैदराबाद के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 53 वर्ष के थे और लंबे समय से किडनी और लिवर की समस्याओं से जूझ रहे थे। वेंकट के निधन की सबसे दुखद बात यह रही कि उनकी जान आर्थिक तंगी की वजह से नहीं बचाई जा सकी।
वेंकट, जिनका असली नाम वेंकट राज था, तेलंगाना के मछलीपट्टनम में 1971 में जन्मे थे। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 2000 में फिल्म ‘सम्मक्का सारक्का’ से की थी। अपने अनोखे तेलंगाना लहजे, कॉमिक टाइमिंग और प्रभावशाली अभिनय से उन्होंने तेलुगु सिनेमा में एक खास पहचान बनाई। वह ‘गब्बर सिंह’, ‘डीजे टिल्लू’ और ‘अधूर’ जैसी फिल्मों में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए पहचाने जाते थे।
इलाज के लिए जूझते रहे
हाल के महीनों में उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। डॉक्टरों ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की सिफारिश की थी, लेकिन इसका खर्च उठाना उनके परिवार के लिए बेहद मुश्किल था। उनकी बेटी श्रावंथी ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की अपील की थी। अभिनेता पवन कल्याण और विश्वक सेन ने भी मदद की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश समय रहते उन्हें उपयुक्त डोनर नहीं मिल सका।
कई हफ्तों से वह डायलिसिस पर थे और उनकी हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। आखिरकार, 18 जुलाई को उनकी किडनी फेल हो गई और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
#FishVenkat (53) passed away while undergoing dialysis, following ongoing kidney-related health issues.
He was known for his comic roles in over 100 films. Condolences to his family. pic.twitter.com/jESaZ4iS63
— Md Omer Farooq Qureshi🇮🇳 (@omerqureshi_IYC) July 18, 2025
फिल्मी सफर
फिश वेंकट का फिल्मी सफर दो दशकों से भी अधिक लंबा रहा। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने नकारात्मक भूमिकाएं निभाईं, लेकिन बाद में वह कॉमेडी में भी उतने ही सफल रहे। दर्शकों को हंसाने वाले इस कलाकार की मृत्यु ने इंडस्ट्री और फैंस दोनों को गहरा सदमा पहुंचाया है।
उनकी मौत ने फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे उन कलाकारों की वास्तविकता को उजागर किया है, जो लोकप्रिय होने के बावजूद आर्थिक तंगी में जीवन गुजारने को मजबूर हैं। फिश वेंकट का जाना तेलुगु सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है।