मध्यप्रदेश को लगेंगे विकास के पंख, 1500 करोड़ का होगा निवेश, 2000 युवाओं को मिलेगा रोजगार

एमएसएमई दिवस पर रतलाम में आयोजित रीजनल राइज कॉन्क्लेव 2025 में 1500 करोड़ रुपये के निवेश, 35 आधारभूत परियोजनाओं और 50 नई औद्योगिक इकाइयों की शुरुआत के साथ रोजगार, उद्यमिता और औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी। इस आयोजन से लगभग 2000 युवाओं को रोजगार और 500 उद्यमियों को भूमि आवंटन व प्रोत्साहन मिलेगा।

Srashti Bisen
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एमएसएमई दिवस के विशेष अवसर पर रतलाम शहर एक ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। रीजनल राइज कॉन्क्लेव 2025 के रूप में यह कार्यक्रम ना केवल औद्योगिक विकास को रफ्तार देगा, बल्कि निवेश, स्वरोजगार और कौशल विकास को भी नई दिशा प्रदान करेगा।

यह पहला मौका है जब रतलाम इस स्तर के आयोजन की मेज़बानी कर रहा है, जिससे ना सिर्फ प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों के भी उद्योग जगत के लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है।

350 करोड़ की आधारभूत परियोजनाएं, 1500 करोड़ के निवेश की शुरुआत

कॉन्क्लेव के दौरान 35 से अधिक आधारभूत ढांचे जैसे विभागीय भवन, औद्योगिक क्लस्टर और अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जाएगा, जिसकी कुल लागत 350 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। साथ ही, 1500 करोड़ रुपये से अधिक निवेश की 50 नई औद्योगिक इकाइयों का शिलान्यास होगा। यह निवेश न केवल आर्थिक गतिविधियों को गति देगा, बल्कि रतलाम को एक नए औद्योगिक हब के रूप में भी स्थापित करेगा।

उद्यमियों को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस आयोजन के दौरान 500 उद्यमियों को आशय पत्र (Intent Letters) और भूमि आवंटन पत्र सौंपेंगे। यह कदम सरकार की उस नीति को दर्शाता है जिसमें उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जमीन और संसाधनों को सुलभ बनाया जा रहा है। साथ ही, 500 इच्छुक और प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार प्रस्ताव पत्र सौंपे जाएंगे, जो उन्हें औद्योगिक इकाइयों में रोज़गार पाने की दिशा में मदद करेगा।

2000 लोगों को मिलेगा रोजगार

कॉन्क्लेव के दौरान 353.74 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से स्थापित 32 मध्यम श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन भी किया जाएगा। इन इकाइयों के शुरू होने से लगभग 2000 युवाओं को सीधा रोजगार मिलने की उम्मीद है, जो क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

राज्यभर में दिखा जबरदस्त उत्साह

एमपीआईडीसी के निदेशक राजेश राठौर के अनुसार, अब तक 5000 से अधिक उद्यमी और हितग्राही ऑनलाइन पंजीयन करा चुके हैं। इनमें से 3000 से अधिक प्रतिभागी उज्जैन संभाग से हैं, जबकि बिहार, महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के उद्यमियों की भागीदारी इस कॉन्क्लेव को राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट बना रही है।

‘उदय रतलाम’ से शुरू होगा उद्योग एवं रोजगार वर्ष

राज्य के एमएसएमई मंत्री चेतन कश्यप ने इसे एक समावेशी मंच बताया, जहां उद्योग, कौशल और रोजगार तीनों का संतुलित संगम देखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 2025 को ‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा, जिसकी भव्य शुरुआत रतलाम से होगी। कार्यक्रम में 12 से अधिक औद्योगिक क्लस्टरों का उद्घाटन, स्वरोजगार योजनाओं के तहत आर्थिक सहायता वितरण और 70 से अधिक स्टॉल्स के माध्यम से एमओयू साइनिंग एवं रोजगार प्रस्ताव सौंपने की योजना है।

निजी भूमि पर क्लस्टर को मिलेगा बढ़ावा

राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वह निजी भूमि पर भी क्लस्टर निर्माण को प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए उद्यमियों को विशेष सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। इससे नए निवेशकों को लाभ होगा और प्रदेश में उद्यमिता को एक नई ऊंचाई मिलेगी।