हापुड़ जनपद के उदयपुर नंगला गांव निवासी यशपाल फौजी और उनके बेटे शेखर नागर का एक साथ यूपी पुलिस में चयन हुआ है, जिससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। दोनों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे जा चुके हैं। 41 वर्षीय यशपाल नागर सेना से सेवानिवृत्त हैं, जबकि उनका बेटा शेखर अभी मात्र 18 वर्ष का है।
खास बात यह है कि यशपाल और शेखर ने पुलिस परीक्षा की तैयारी भी साथ-साथ की थी। वे एक-दूसरे की समस्याएं समझते और देर रात तक मिलकर पढ़ाई में जुटे रहते थे। दोनों का एक साथ चयन होना अब जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

युवा उम्र में सेना में भर्ती, अब बेटे के साथ पुलिस में कदम
यशपाल नागर ने बताया कि वह वर्ष 2003 में मात्र 18 वर्ष की उम्र में सेना में भर्ती हुए थे और वहां 16 वर्षों तक देश की सेवा की। वर्ष 2019 में वे सेवानिवृत्त होकर घर लौटे। इस पूरे दौरान उन्होंने अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा और खुद को शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट बनाए रखा।
बेटे की तैयारी बनी पिता की प्रेरणा
इसी दौरान यशपाल नागर का बेटा शेखर पुलिस भर्ती की तैयारी में जुट गया। बेटे की मदद करते-करते यशपाल खुद भी परीक्षा की तैयारी में शामिल हो गए। दोनों सुबह दौड़ और व्यायाम करते, फिर देर रात तक साथ पढ़ाई में जुटे रहते। उन्होंने एक साथ लाइब्रेरी ज्वाइन की और अध्ययन में एक-दूसरे की पूरी मदद की। यशपाल ने बताया कि उन्होंने बेटे के साथ एक दोस्त की तरह पढ़ाई की और पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी को एक साझा लक्ष्य बना लिया।
एक ही बैच में पिता-पुत्र का चयन बना मिसाल
वर्ष 2023 में जब यूपी पुलिस की भर्ती निकली, उस समय शेखर नागर की उम्र भी 18 वर्ष पूरी हो चुकी थी। पिता यशपाल नागर और बेटे शेखर ने एक साथ आवेदन किया और ऑनलाइन तैयारी शुरू कर दी। 2024 में परीक्षा परिणाम आने पर दोनों का चयन हो गया। अब जब नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं, तो एक ही बैच में पिता-पुत्र का चयन होना लोगों के बीच कौतूहल और चर्चा का विषय बना हुआ है।
गांव में मिठाई बांट कर मनाया जश्न
शेखर नागर ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि वे बेहद उत्साहित हैं और उनके पिता, जो सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, अब 41 वर्ष की उम्र में पुलिस की वर्दी पहनकर देश सेवा जारी रखेंगे। यूपी पुलिस में पूर्व सैनिकों के लिए एक विशेष आरक्षण व्यवस्था होती है, जिसके तहत यशपाल नागर का चयन हुआ है। वर्तमान में दोनों को नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं।
इस खुशी के मौके पर गांव में मिठाइयां बांटी गईं और जश्न का माहौल बना रहा। यशपाल नागर के भाई दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनके पिता एक सेवानिवृत्त शिक्षक हैं।