छत्तीसगढ़ के इस शहर में बनेंगे देश के सबसे एडवांस ट्रांसफार्मर, यहां से मिलेगी पूरे देश को हाई-टेक सप्लाई

छत्तीसगढ़ में करमवीर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा रायपुर में 300 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक ट्रांसफार्मर निर्माण इकाई स्थापित की जा रही है, जिससे राज्य औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छूएगा। यह परियोजना स्थानीय युवाओं को रोजगार, ऊर्जा क्षेत्र के आधुनिकीकरण और "मेक इन छत्तीसगढ़" अभियान को बढ़ावा देगी।

Srashti Bisen
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छत्तीसगढ़ अब औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखने जा रहा है। ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में राज्य ने एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। देश की जानी-मानी कंपनी करमवीर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने रायपुर में अत्याधुनिक ट्रांसफार्मर निर्माण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव पेश किया है। इस परियोजना में 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है, जिससे छत्तीसगढ़ जल्द ही भारत के सबसे बड़े ट्रांसफार्मर निर्माण केंद्रों में अपनी जगह बना सकता है।

इस परियोजना को लेकर कंपनी के प्रबंध निदेशक विवेक जैन ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से औपचारिक मुलाकात की। बैठक के दौरान जैन ने मुख्यमंत्री को प्रस्तावित परियोजना की रूपरेखा, संभावित निवेश और रोजगार सृजन के अवसरों से अवगत कराया। जैन ने यह भी बताया कि यह इकाई भारत की तकनीकी रूप से सबसे उन्नत ट्रांसफार्मर फैक्ट्री होगी, जो न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के ऊर्जा क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

‘यह सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं…’

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस निवेश प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा, “यह सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की तकनीकी क्षमता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़, विकसित भारत 2047 में एक मज़बूत भागीदार बने।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस परियोजना को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी ताकि यह सफलता की मिसाल बन सके।

परियोजना के प्रमुख लाभ

  • स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार: इस यूनिट के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे।
  • ऊर्जा क्षेत्र का आधुनिकीकरण: अत्याधुनिक ट्रांसफार्मर निर्माण से छत्तीसगढ़ और देश दोनों के बिजली ढांचे में मजबूती आएगी।
  • ‘मेक इन छत्तीसगढ़’ को बढ़ावा: यह पहल “मेक इन छत्तीसगढ़” अभियान को नई पहचान देगी, जहां स्थानीय उत्पादन को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया जाएगा।
  • औद्योगिक विकास को नई रफ्तार: यह फैक्ट्री छत्तीसगढ़ में उद्योग-आधारित विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

निवेश से जुड़े प्रमुख अधिकारी भी रहे मौजूद

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और छत्तीसगढ़ की इनवेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सेन भी उपस्थित रहीं। उन्होंने परियोजना की रणनीतिक तैयारियों पर इनपुट साझा किया और इसे सफल बनाने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया।