भोपाल से इंदौर की ओर सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जो पुराने शहर जैसे विदिशा रोड, करोद या आसपास के क्षेत्रों से इंदौर की ओर जाते हैं। एमपीआरडीसी (मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) ने इस दिशा में अहम कदम उठाते हुए स्टेट हाइवे पर दो महत्वपूर्ण फ्लाईओवर परियोजनाएं शुरू की हैं।
ये फ्लाईओवर भोपाल बायपास के सूखी सेवनियां और फंदा जंक्शन पर बनाए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य शहर के यातायात दबाव को कम करना और सफर को सिग्नल-मुक्त बनाना है।

2027 तक चालू होंगे दोनों फ्लाईओवर
इन फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जोरों पर है और योजना के अनुसार वर्ष 2027 के मध्य तक इन पर यातायात शुरू कर दिया जाएगा। सूखी सेवनियां की दिशा से आने वाले वाहनों को अब सीधे इंदौर बायपास तक बिना किसी रुकावट के पहुंचने का विकल्प मिलेगा। फंदा जंक्शन पर बनने वाले फ्लाईओवर की लागत 37.70 करोड़ रुपए है, जबकि सूखी सेवनियां फ्लाईओवर पर 48.58 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
पुराने भोपाल से इंदौर की राह होगी सरल
वर्तमान में बैरागढ़ और कोलार जैसे क्षेत्रों से इंदौर की ओर जाने वाला रास्ता अपेक्षाकृत सुगम है, लेकिन पुराने भोपाल जैसे विदिशा रोड, करोंद, गांधी नगर आदि क्षेत्रों से निकलना मुश्किल होता है। यहां जाम, ट्रैफिक और ब्लैक स्पॉट्स के कारण सफर में बाधाएं आती हैं। सूखी सेवनियां पर बनने वाला फ्लाईओवर इन समस्याओं को दूर करेगा और अनुमान है कि करीब 5 लाख से अधिक लोगों को इससे सीधा लाभ पहुंचेगा।
हाईस्पीड कॉरिडोर का हिस्सा है ये प्रोजेक्ट
यह दोनों फ्लाईओवर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी भोपाल-इंदौर हाईस्पीड कॉरिडोर परियोजना का अभिन्न हिस्सा हैं। इस कॉरिडोर में कई एलिवेटेड लेन और ब्रिज शामिल किए जा रहे हैं, ताकि दो बड़े शहरों के बीच आवाजाही तेज और निर्बाध हो सके। करीब 86 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे ये फ्लाईओवर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। एमपीआरडीसी ने महज दो महीने में निर्माण एजेंसियों का चयन कर लिया है, जिससे इस प्रोजेक्ट की गंभीरता स्पष्ट होती है।
ब्लैक स्पॉट्स का होगा अंत, बढ़ेगी सुरक्षा
सूखी सेवनियां और फंदा जंक्शन दोनों ही स्थान सड़क दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात रहे हैं। नए फ्लाईओवर न केवल यातायात को सिग्नल-मुक्त बनाएंगे, बल्कि इन ब्लैक स्पॉट्स को समाप्त करके सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा देंगे। फंदा जंक्शन पर प्रस्तावित पश्चिमी बायपास इंदौर रोड से सीधे जुड़ने वाला है, जिससे इस पूरे नेटवर्क को एकीकृत यातायात प्रणाली का लाभ मिलेगा।