इंदौर के मध्य क्षेत्र में नगर निगम ‘भारत वन’ की स्थापना की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। यह हरित क्षेत्र 36 एकड़ में विकसित किया जाएगा। बुधवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नागरिकों के साथ प्रस्तावित स्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि उद्देश्य एक ऐसा वन क्षेत्र विकसित करना है, जो न केवल स्वच्छ पर्यावरण प्रदान करे, बल्कि शहर के ‘फेफड़ों’ की भूमिका भी निभाए। दौरे के दौरान नागरिकों से सुझाव भी लिए गए।
सभी संबंधित पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि इस क्षेत्र को पूर्ण रूप से हरित क्षेत्र में परिवर्तित किया जाएगा। यहां एक बड़ा तालाब भी विकसित किया जाएगा। प्रस्तावित ‘भारत वन’ कान्ह नदी के किनारे, पोलोग्राउंड क्षेत्र में आकार लेगा। वर्तमान में शहर का यह मध्य भाग हरियाली की दृष्टि से सबसे पिछड़ा है और यहां भू-जल स्तर भी काफी नीचे है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में अभी कोई प्रमुख उद्यान मौजूद नहीं है।

भारत वन में देश के विभिन्न राज्यों की जैव विविधता, वनस्पति और जीव-जंतु शामिल किए जाएंगे। निर्माण कार्य इन राज्यों के पक्षी आवासों की विशेषताओं को ध्यान में रखकर किया जाएगा। यह परियोजना न केवल पर्यावरण को सुदृढ़ बनाएगी, बल्कि आसपास के क्षेत्र में जल स्तर बढ़ाने में भी सहायक होगी। महापौर ने इस पहल को इंदौर के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार बताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में भारत वन न केवल शुद्ध वायु प्रदान करने वाला स्थान होगा, बल्कि यह शहरवासियों के लिए एक प्रमुख प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र भी बनेगा। तीन माह बाद परियोजना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।