सनातन धर्म में कपूर का विशेष धार्मिक महत्व है। पूजा-पाठ के अंत में आरती के दौरान कपूर जलाया जाता है, जिससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और वातावरण शुद्ध होता है। मान्यता है कि इससे ईश्वर की कृपा बनी रहती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
कपूर केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि वास्तु शास्त्र में भी अत्यंत उपयोगी बताया गया है। वास्तु के अनुसार, घर में मौजूद दोषों को दूर करने और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने में कपूर उपयोगी साबित हो सकता है। नियमित रूप से कुछ सरल और असरदार उपाय करने से न केवल धन संबंधी परेशानियां कम होती हैं, बल्कि भाग्य भी साथ देना शुरू कर देता है।

आर्थिक तंगी से छुटकारे के लिए ऐसे जलाएं कपूर
अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और अपने घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो वास्तु शास्त्र में इसका एक सरल समाधान बताया गया है। इसके अनुसार, रोज़ सुबह और शाम घर की दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय कोण) में खड़े होकर कपूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर का वातावरण सकारात्मक बनता है, नकारात्मकता दूर होती है और आय के नए स्रोत बनने लगते हैं।
कपूर और लौंग से दूर होगी नकारात्मकता
धार्मिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आप मेहनत तो खूब कर रहे हैं लेकिन परिणाम नहीं मिल रहे, तो यह उपाय कारगर हो सकता है। एक कटोरी में कपूर और कुछ लौंग जलाकर उसकी सुगंध को पूरे घर में फैलाएं। यह क्रिया घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और अटके हुए कार्यों को गति देती है।
कमरे के कोनों में रखें कपूर की टिकिया, होगा वास्तु दोष दूर
घर के किसी भी हिस्से में वास्तु दोष है तो उसका सरल उपाय है कि हर कमरे के कोनों में कपूर की एक-एक टिकिया रख दी जाए। इससे नकारात्मकता स्वतः ही दूर होने लगती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा व शांति का वास होता है।
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