मध्य प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ता जा रहा है, और इस बदलाव में इंदौर ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाई है। प्रदेश में अप्रैल 2023 से जनवरी 2025 तक 1,98,944 इलेक्ट्रिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिनमें से 47,000 से अधिक सिर्फ इंदौर में पंजीकृत हुए हैं। यह आंकड़े इस बात को स्पष्ट करते हैं कि इंदौर ने न केवल इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है, बल्कि इस क्षेत्र में कई नई पहल भी की हैं।
इंदौर में रजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत 8 लाख रुपए से लेकर 3 करोड़ रुपए तक है। यहां इलेक्ट्रिक कारों का संग्रह इतना विविधतापूर्ण है कि आम से लेकर सुपर-लक्जरी कारें भी शामिल हैं। इंदौर सिर्फ वाहनों के रजिस्ट्रेशन में ही आगे नहीं है, बल्कि इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहां “कॉपर लग” पुर्जा बनाया जाता है, जो बैटरी को कार से जोड़ता है और वाहन की गति के लिए ऊर्जा प्रवाहित करता है। बिना इस पुर्जे के, कोई भी इलेक्ट्रिक कार सही से काम नहीं कर सकती।

भोपाल, ग्वालियर और अन्य शहरों में भी हो रहा तेजी से विकास
इंदौर के बाद, मध्य प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या देखने को मिल रही है। भोपाल में 27,048, ग्वालियर में 21,665, और जबलपुर में 18,395 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हुए हैं। प्रदेश सरकार इन शहरों को “मॉडल इलेक्ट्रिक सिटी” के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। इसके तहत इन शहरों में अधिक से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर 15% से 80% तक की छूट देने की योजना बना रही है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सेक्टर में 15% की ग्रोथ
इंदौर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अधिकारियों का कहना है कि इस साल इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में 15% से ज्यादा की ग्रोथ देखने को मिलेगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में 200 करोड़ का निवेश
भोपाल में हाल ही में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के क्षेत्र में एक बड़ी घोषणा की गई है। ऑनलाइन ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म ‘इज़मायट्रिप’ ने मध्य प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक 500 इलेक्ट्रिक बसों को प्रदेशभर में लॉन्च करना है, और 2026 तक यह संख्या बढ़कर लगभग 1000 हो जाएगी।
इंदौर में 150 नई इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत
इंदौर में पीएम ई-सेवा बस योजना के तहत 150 नई इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का ऐलान किया गया है। वर्तमान में, इंदौर में प्रशासन द्वारा चलायी जा रही 70 से ज्यादा बसें इलेक्ट्रिक हैं, और इनके लिए अलग से चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए गए हैं। इंदौर-3 से विधायक गोलू शुक्ला का कहना है कि मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा के तहत कई और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए 20 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
Indore इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का हब बनता हुआ शहर
इंदौर न सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के रजिस्ट्रेशन और निर्माण में अव्वल है, बल्कि यह राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक प्रमुख हब बनता जा रहा है। यहां के युवा उद्योगपति और पर्यावरण प्रेमी इस बदलाव में अहम भूमिका निभा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा दी जा रही छूट, नई योजनाएं और निवेश के कारण आने वाले समय में इंदौर में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार और भी मजबूत होने की संभावना है।