Bhopal: ‘चुनावों की वजह से रुकता है विकास’, शिवराज सिंह चौहान ने आखिर क्यों कह दी इतनी बड़ी बात ?

शिवराज सिंह चौहान ने बार-बार चुनाव होने से विकास कार्यों में बाधा और आर्थिक संसाधनों की बर्बादी पर चिंता जताई। उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को जरूरी बताते हुए चुनावी फैसलों के प्रभाव पर भी बात की।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कई बार ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं, जो सिर्फ मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए होते हैं। इसके अलावा, बार-बार चुनाव होने से नीतिगत निर्णयों पर असर पड़ता है और आर्थिक संसाधनों की भी बर्बादी होती है। इसी संदर्भ में उन्होंने देश में एक साथ चुनाव कराने को आवश्यक बताया।

चुनावों के कारण रुक जाता है विकास

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में एक इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित ‘एक देश, एक चुनाव’ युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर अपने विचार व्यक्त किए। मंच से बोलते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों से कई महत्वपूर्ण फैसले प्रभावित होते हैं, विकास कार्य बाधित होता है और आर्थिक संसाधनों की भी अनावश्यक खपत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार चुनावी दबाव के चलते ऐसे निर्णय लेने पड़ते हैं, जो सिर्फ मतदाताओं को लुभाने के लिए होते हैं।

‘एक देश, एक चुनाव’ पर ज़ोर

शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम के दौरान एक साथ चुनाव कराने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव होने से सभी राजनीतिक दल लगातार अगले चुनाव की तैयारियों में जुटे रहते हैं। खुद का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें तीन महीने तक बाकी काम छोड़कर झारखंड में रहना पड़ा। यही स्थिति सभी पार्टियों के मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, विधायकों और सांसदों के साथ होती है। इसके अलावा, उन्होंने चुनावी खर्च को लेकर भी खुलकर चर्चा की और कहा कि जो औपचारिक खर्च दिखता है, उसके अलावा भी बड़ी मात्रा में धन खर्च होता है, जिससे संसाधनों की भारी बर्बादी होती है।

Bhopal: 'चुनावों की वजह से रुकता है विकास', शिवराज सिंह चौहान ने आखिर क्यों कह दी इतनी बड़ी बात ?