आषाढ़ के माह में गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है और आषाढ़ का पावन महीना चल रहा है। हिंदू धर्म में नवरात्रि पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती हैं। गुप्त नवरात्रि तंत्र मंत्र पूजा के लिए विशेष मानी जाती है और हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। गुप्त नवरात्रि में तांत्रिक विद्या भी सीखी जाती हैं। साथ ही तांत्रिक क्रियाकर्म करने वाले साधक गुप्त रूप से करते हैं इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से गुप्त नवरात्रि आरंभ होती है। इस बार यह 11 जुलाई से शुरू होकर 18 जुलाई तक चलेगा।
आषाढ़ घट स्थापना शुभ मुहूर्त –11 जुलाई 2021 की सुबह 05:31 से 07:47 तक
घट स्थापना अभिजित मुहूर्त – सुबह 11:59 से दोपहर 12:54
प्रतिपदा तिथि आरंभ – 10 जुलाई 2021 को सुबह 06:46 बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्ति – 11 जुलाई 2021 को सुबह 07:47 बजे तक
एक साल में कुल चार नवरात्रि आते हैं। जिसमें से चैत्र नवरात्रि, आषाढ़ नवरात्रि, आश्विन नवरात्रि व माघ नवरात्रि होते हैं। इनमें दो चैत्र और आश्विन माह के नवरात्रि गृहस्थ वर्ग के लिए होते हैं जबकि आषाढ़ और माघ माह के नवरात्रि गुप्त होते हैं। इन चारों नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि में माताओं की विशेष पूजा की जाती हैं।