नई दिल्ली। कोरोना के कारण मंहगाई में हुई बढ़ोतरी में अब चाय भी शामिल हो चुकी है। जी हां बीते एक माह के दौरान ही सामान्य श्रेणी की चाय के दामों में 50 से 60 रूपये और प्रीमियम क्वालिटी के दामों में 80 से 90 रूपये प्रति किलों के हिसाब से दाम बढ़ गए हैं। वहीं असम में अभी भी लाॅकडाउन जारी है। जिस कारण से चाय के दामों में और भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
बात करें इन्दौर की तो यहां भी सभी पेकेट कम्पनी ने अपने दाम 20 रूपये से 30 रूपये प्रति किलो बढ़ा दिये है। इसके अलावा लूज चाय भी 70 से 80 भाव बढ़ाकर बिक रही है। दरअसल चाय का प्रमुख उत्पादक राज्य आसाम और बंगाल है जहां अप्रैल में लॉक डाउन के चलते न के बराबर उत्पादन हुआ। मई माह में भी 50 फीसदी ही उत्पादन हुआ। वैसे भी गर्मियों में चाय की खपत कम होती है परन्तु कोरोना के चलते मांग बराबर बनी रही। इस कारण लोकल मंडियों का स्टॉक जो हर बार बच जाता था वह नहीं बचा व उत्पादक राज्य से भी उत्पादन कम होने के कारण भाव बढ़ रहे हैं।
दरअसल प्रत्येक वर्ष दिसम्बर के पहले सप्ताह में चाय बागान बंद करने के निर्देश दिये जाते है इसके बाद 28 फरवरी से चालू होते है जो मार्च के पहले व दूसरे सप्ताह तक चालू हो पाते हैं। इस बार काम शुरू होते ही लॉक डाउन लग गया। कोराना की वजह से लॉक डाउन के चलते 14 अप्रैल से चाय बागानों का कामकाज शुरू हुआ। लेकिन मजदूर आदि की कमी से चाय पत्ती तोडने का काम धीमी रफ्तार से चला। जिसका असर बाजार पर पडा। चाय आपूर्ति भी प्रभावित हुई व भावबढने लगे। अभी जो चाय 150-160 रूपये में होलसेल में मिल जाती थी वह 220-230 तक की बेची जा रही है।