लखनऊ : उत्तरप्रदेश की राजनीति गलियारों में एक बार फिर शोर मचता हुआ दिखाई दे रहा है. दरअसल, आज सत्ता के सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्ता पर काबिज बीजेपी के करीब एक दर्जन प्रत्याशियों का निर्विरोध चयन हो गया है। इनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। शनिवार को नामांकन दिन में 11 बजे से तीन बजे तक हो रहा था। अब दाखिल नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। जहां पर सिर्फ एक नामांकन पत्र दाखिल हुआ है, वहां पर दाखिल करने वाले का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशियों के खिलाफ गोरखपुर, मुरादाबाद, बुलंदशहर, मऊ, सहारनपुर,आगरा, एटा, अमरोहा, बलरामपुर, गोंडा, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, झांसी, भदोही चित्रकूट व मेरठ में किसी ने भी नामांकन नहीं किया है। बुलंदशहर से भाजपा की डॉ अंतुल तेवतिया, प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के गृह जनपद मुरादाबाद से डा. शैफाली सिंह, मेरठ से गौरव चौधरी,गाजियाबाद से ममता त्यागी, बलरामपुर से 21 वर्षीया आरती तिवारी, गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के अमित चौधरी, मऊ से मनोज राय, गोरखपुर से साधना सिंह, चित्रकूट से अशोक जाटव, झांसी से पवन कुमार गौतम, गोंडा से घनश्याम मिश्र, श्रावस्ती से दद्दन मिश्रा तथा ललितपुर से कैलाश निरंजन के खिलाफ किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया। यहां पर भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है।
इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे जिले भी हैं जहां पर बड़ी संख्या में नामांकन दाखिल किया गया है। जौनपुर में भाजपा व अपना दल की संयुक्त उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां से बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह तथा पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की बहू नीलम ने भी नामांकन किया है। यहां पर अपना दल से दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है जबकि समाजवादी पार्टी से निशी यादव ने पर्चा भरा है।
नीलम सिंह तथा श्रीकला सिंह निर्दलीय प्रत्याशी हैं। प्रतापगढ़ से चार और उन्नाव ने तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। उन्नाव से अरुण सिंह ने भी भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी शकुन सिंह के खिलाफ नामांकन कर दिया है। अयोध्या में भाजपा रोली सिंह व समाजवादी पार्टी से इंदू सेन यादव ने नामांकन किया।
वहीं दूसरी और समाजवादी पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले इस सेमीफाइनल में ऐसी हार की उम्मीद नहीं थी. इसी वजह से परिणाम देख पार्टी ने तुरंत एक्शन लेना शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने 11 जिलाध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया है।