सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान करने का अनुरोध किया। बता दे, जीवाजी विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने से कई छात्रों को नई शिक्षा नीति प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है।
सांसद का कहना है कि जीवाजी विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने से इसके परिक्षेत्र में आने वाले 8-जिलों को ना सिर्फ लाभ होगा बल्कि इससे पूरे प्रदेश के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा, नई शिक्षा नीति के अनुसार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। साथ ही ग्वालियर-चंबल परिक्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक, उद्योगिक विकास को बल मिलेगा और छात्रों के लिए रोजगार के अत्यधिक अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को को भी लिखा पत्र –
उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर जीवाजी विश्वविद्यालय में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने का आग्रह किया। बता दे, विगत 5 वर्षों से जीवाजी विश्वविद्यालय में स्थापित स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से आठ ओपीडी नियमित रूप से संचालित हो रही है जिसमें 1.75 लाख मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है। उक्त मेडिकल कॉलेज के स्थापित होने से ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड जिले के साथ ही सीमावर्ती जिला इटावा, कोटा, धौलपुर आदि के मरीजों को भी इसका लाभ मिलेगा।