केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को पेश किए गए आम बजट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति को सशक्त बनाने वाला बजट करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण से गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी, वहीं देश आत्मनिर्भर और विकसित बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही वंचित वर्ग को प्राथमिकता देने, अंत्योदय को प्रमुखता देने और देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को पूरा करने में भी यह बजट सहायक होगा। सीएम ने लोककल्याण के दृष्टिकोण से बजट प्रस्तुत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया।
केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सीएम ने एक्स के माध्यम से कहा कि वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मातृशक्ति और समाज के अंतिम पंक्ति के सभी वर्गों के उत्थान का मार्ग प्रशस्त होगा। सीएम ने बताया कि बजट में अगले 5 वर्षों में 5 लाख महिलाओं, अनुसूचित जाति और जनजाति के उद्यमियों को 2 करोड़ तक का टर्म लोन देने की योजना, उनके सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम है। यह बजट ‘स्वस्थ भारत-सुरक्षित भारत’ की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है, और अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर की स्थापना से आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में 12 लाख तक की आय को कर मुक्त करने का निर्णय देश के करोड़ों नागरिकों, खासकर मध्यम वर्ग, के लिए एक बड़ी राहत देने वाला है। इसके अलावा, युवाओं के सशक्तिकरण के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ स्किलिंग’ और ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन एआई फॉर एजुकेशन’ की स्थापना का निर्णय भी प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री के इस कदम से लाखों युवाओं को नवाचार और कौशल विकास के नए अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह बजट देश की युवा शक्ति में नवाचार, जिज्ञासा और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने में सहायक होगा, और ‘विकसित युवा, विकसित भारत’ के लक्ष्य की प्राप्ति में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण सीमा वृद्धि से किसानों को मिलेगा आर्थिक संबल
सीएम ने कहा कि बजट में किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने का निर्णय अत्यंत सराहनीय है। यह कल्याणकारी कदम करोड़ों अन्नदाता किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगा और प्रधानमंत्री की किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। सीएम ने 5 वर्षों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना के फैसले का भी स्वागत किया और कहा कि इससे ग्रामीण स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी आएगी, जिससे शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक डिजिटल क्रांति का आगाज होगा।
अखिलेश यादव ने बजट को बताया दिशाहीन
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस सरकार के पास देशवासियों के लिए कोई स्पष्ट दृष्टिकोण नहीं है। बजट किसानों, युवाओं और गरीबों के खिलाफ है। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि बजट के आंकड़ों के साथ महाकुंभ में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े भी शामिल किए जाएं, क्योंकि सरकार के सभी आंकड़े झूठे हैं। अखिलेश ने यह भी कहा कि इस बजट में महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोई ठोस योजना नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बजट में किसानों की आय बढ़ाने और फसलों की एमएसपी को कानूनी अधिकार बनाने की कोई योजना नहीं है। किसानों की कर्जमाफी का भी कोई उल्लेख नहीं किया गया है। इसके अलावा, खाद्य वस्तुओं की बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं बताए गए हैं। इस बजट ने किसानों, युवाओं, गरीबों और व्यापारियों, सभी को निराश किया है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार झूठे आंकड़ों के माध्यम से जनता को धोखा दे रही है। जीएसटी के दोषपूर्ण ढांचे पर सरकार ने बजट में कोई टिप्पणी नहीं की है। इस दोषपूर्ण जीएसटी व्यवस्था के कारण व्यापार और व्यापारी दोनों ही संकट में हैं। सरकार अब मध्यम वर्ग को झूठे सपने दिखा रही है, जबकि दूसरे रास्ते से जनता की जेब काटने का काम कर रही है।