Indore: देवास के पास फिल्म सिटी बनाने की तैयारी, पर्यटन बोर्ड करेगा बड़े निवेशकों का स्वागत

Abhishek singh
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प्रदेश सरकार देवास के पास शंकरगढ़ में फिल्म सिटी बनाने की योजना पर काम कर रही है। यह स्थान खासतौर पर इस कारण चुना गया है क्योंकि यह इंदौर और भोपाल के नजदीक है। मध्य प्रदेश में अब बॉलीवुड की फिल्में और वेब सीरीज बननी शुरू हो गई हैं। फिल्म निर्माताओं को बाहरी शूटिंग के लिए लोकेशन आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन इनडोर शूटिंग के लिए उन्हें अक्सर मुंबई या हैदराबाद का रुख करना पड़ता है। इस जरूरत को ध्यान में रखते हुए, देवास के पास फिल्म सिटी स्थापित करने की योजना बनाई गई है।

असल में, इंदौर और भोपाल में फिल्मों के लिए को-आर्टिस्ट और कोरियोग्राफर आसानी से मिल जाते हैं। देवास का इंदौर से नजदीक होना और एयर कनेक्टिविटी का बेहतर होना भी एक अहम कारण है। इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, फिल्म सिटी के लिए इस स्थान को चुना गया है।

मध्य प्रदेश में फिल्म इंडस्ट्री को मिलेगा नया प्लेटफॉर्म

मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की अतिरिक्त प्रबंधक निदेशक, बिदिशा मुखर्जी ने बताया कि हम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े निवेशकों और स्टूडियोज को फिल्म सिटी में जगह उपलब्ध कराएंगे, ताकि मध्य प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा फिल्मों का निर्माण हो सके।

इस इंडस्ट्री के कारण लोगों को सीधे और परोक्ष रूप से रोजगार के कई अवसर मिलते हैं। इंदौर और भोपाल के साथ-साथ, अरेचा और चंदेरी में भी अब काफी फिल्में बनने लगी हैं। फिल्म सिटी मध्य प्रदेश में स्थापित होने से फिल्मों के निर्माण की लागत में कमी आएगी, जिससे और अधिक फिल्म निर्माता इस राज्य की ओर आकर्षित होंगे। सरकार ने फिल्म शूटिंग के लिए जो नीति बनाई है, उसमें कई रियायतें दी गई हैं, जिसका लाभ अब स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है।

मध्य प्रदेश में फिल्मों और वेब सीरीज का बढ़ता प्रभाव

मध्य प्रदेश के चंदेरी में बनी फिल्म स्त्री वन और स्त्री टू ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई हैं। अब स्त्री थ्री के निर्माण की योजना भी तैयार की जा रही है। इसके अलावा, अरेचा में भूल भुलैया थ्री की शूटिंग भी की गई है। सूई धागा, कंलक, रावण, और जरा हटके जरा बचके जैसी फिल्मों की शूटिंग भी मध्य प्रदेश में हुई है। हिट वेब सीरीज पंचायत की शूटिंग सिहोर के पास एक गांव में हुई थी। महेश्वर में कई टीवी सीरियल और साउथ की फिल्में भी बन चुकी हैं।