School Holidays : उत्तर प्रदेश में इस समय शीतलहर का प्रकोप गहरा है, जिससे ठंड के प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने अहम कदम उठाया है। मीरजापुर, अयोध्या और अन्य प्रभावित जिलों में नर्सरी से कक्षा 8 तक के स्कूलों को 21 जनवरी 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि अत्यधिक ठंड के बीच उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके।
स्कूलों में घोषित हुए अवकाश
मीरजापुर जिले का आदेश: मीरजापुर के जिलाधिकारी ने 20 जनवरी को यह घोषणा की कि नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी स्कूल (चाहे वे यूपी बोर्ड, सीबीएसई, या आईसीएसई से संबद्ध हों) 21 जनवरी तक बंद रहेंगे। हालांकि, इस बंदी के बावजूद शिक्षकों और अन्य स्टाफ के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। उन्हें सुबह 10 बजे से लेकर 3 बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहकर प्रशासनिक कार्य जैसे डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर), यू-डायस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन), और अन्य सरकारी जिम्मेदारियों को निभाना होगा।
अयोध्या जिले का आदेश: अयोध्या में जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने आदेश दिया है कि प्री-प्राइमरी से कक्षा 5 तक के सभी स्कूल 25 जनवरी 2025 तक बंद रहेंगे। वहीं, कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगे। यह निर्णय शीतलहर के असर और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि वे अत्यधिक ठंड से बच सकें और उनकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
आगरा जिले का आदेश: आगरा में भी शीतलहर का असर बढ़ रहा है, जिसके कारण सभी सीबीएसई, आईसीएसई और सरकारी व निजी स्कूल 19 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया था। 20 जनवरी से ये स्कूल फिर से खुलेंगे, और ऑनलाइन कक्षाएं स्कूल प्रबंधन के अनुसार आयोजित की जा सकती हैं। शिक्षकों को भी उनके कार्यों के मुताबिक स्कूल में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।
स्टाफ के लिए महत्वपूर्ण निर्देश:
इस समय जहां छात्रों को छुट्टियां दी गई हैं, वहीं स्कूल स्टाफ के लिए प्रशासन ने सख्त निर्देश जारी किए हैं:
- सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और अन्य कर्मचारियों को सुबह 10 बजे से 3 बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा।
- स्कूलों में सभी प्रशासनिक कार्य समय पर पूरे करने होंगे, जिनमें डीबीटी और यू-डायस जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शीतलहर और गिरते तापमान के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बच्चों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया, ताकि वे ठंड से प्रभावित न हों। हालांकि, यह अवकाश केवल छात्रों के लिए है, और स्कूल स्टाफ को अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना होगा, ताकि शैक्षिक कार्य और प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से चलते रहें।