तमिलनाडु BJP अध्यक्ष के. अन्नामलाई द्वारा अपने घर के बाहर स्वयं को छह कोड़े मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह विरोध प्रदर्शन अन्ना यूनिवर्सिटी की एक छात्रा के यौन उत्पीड़न और तमिलनाडु की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार के खिलाफ उनके असंतोष को व्यक्त करने के लिए किया गया।
कोड़े मारकर जताया विरोध
अन्नामलाई ने कहा कि उनका यह कदम तमिल संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “तमिल संस्कृति में आत्म-ध्वजारोपण और आत्म-दंड जैसी प्रथाएं लंबे समय से अन्याय के खिलाफ खड़े होने का प्रतीक रही हैं। मेरा यह प्रदर्शन किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, बल्कि राज्य में बढ़ते अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ है।”
#WATCH | Coimbatore | Tamil Nadu BJP president K Annamalai self-whips himself as a mark of protest to demand justice in the Anna University alleged sexual assault case. pic.twitter.com/ZoEhSsoo1r
— ANI (@ANI) December 27, 2024
भ्रष्टाचार और अन्याय पर निशाना
अन्नामलाई ने डीएमके सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा है, जिससे आम जनता, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों, पर अत्याचार हो रहा है।
चप्पल न पहनने की शपथ
अन्नामलाई ने यह ऐलान किया कि जब तक डीएमके सरकार सत्ता से बाहर नहीं होगी, वह चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर चलेंगे। उन्होंने कहा,”यह मेरा प्रण है कि जब तक राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी का शासन समाप्त नहीं होता, मैं सामान्य जीवन नहीं जीऊंगा।”
अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि अन्ना यूनिवर्सिटी की घटना के आरोपी के संबंध डीएमके की छात्र शाखा से हैं। उन्होंने सबूत के तौर पर आरोपी की डीएमके नेताओं के साथ तस्वीरें भी दिखाईं। उन्होंने पुलिस पर भी सवाल उठाए और कहा कि आरोपी के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि वह सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा हुआ है।
क्या है तमिल संस्कृति और इस विरोध का महत्व?
अन्नामलाई ने तमिल संस्कृति की गहराई का जिक्र करते हुए बताया कि आत्म-दंड जैसे कदम राज्य के अन्याय के खिलाफ लड़ाई के प्रतीक हैं। उनका मानना है कि यह प्रदर्शन जनता को जागरूक करेगा और डीएमके सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने में मदद करेगा।