पंडित धीरेंद्र शास्त्री गुरुवार रात आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हुए। यात्रा से पहले उन्होंने अपने भक्तों से कहा, “हम छठवें कन्या विवाह के निमंत्रण के लिए लंदन और ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “कनाडा और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के प्रति जागरूकता लाना आवश्यक है। भारत में तो हम अपने लोगों की रक्षा कर सकते हैं, लेकिन विदेशों में रह रहे हिंदुओं की मदद करना भी बेहद जरूरी है। इसीलिए हमने यह कदम उठाया है।”
‘नेपाल से हिंदू राष्ट्र की पहचान खत्म हो रही है’ – धीरेन्द्र शास्त्री
देश के प्रसिद्ध कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री आठ दिवसीय विदेश दौरे पर निकल चुके हैं। अपनी यात्रा के पहले चरण में वह ऑस्ट्रेलिया जाएंगे, जहां उनका पांच दिन का कार्यक्रम निर्धारित है। इसके बाद वह लंदन में दिव्य दरबार का आयोजन करेंगे। रवाना होने से पहले बाबा बागेश्वर ने दरबार में नेपाल से आए एक परिवार का उदाहरण देते हुए कहा, “यह परिवार नेपाल से आया है। कभी नेपाल हिंदू राष्ट्र हुआ करता था, लेकिन आज वह अपनी यह पहचान खो चुका है।” इसके बाद सभी भक्तों की सामूहिक अर्जी लेकर बाबा बागेश्वर विदेश यात्रा के लिए प्रस्थान कर गए।
पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सजेगा बागेश्वर धाम का दिव्य दरबार
14 दिसंबर से 21 दिसंबर तक धीरेंद्र शास्त्री लंदन और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर रहेंगे। जब बाबा बागेश्वर लंदन और ऑस्ट्रेलिया के लिए हरपालपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो वहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। स्टेशन पर जय श्रीराम के नारों की गूंज सुनाई दी। बाबा ने एक बुजुर्ग को गले लगाकर आशीर्वाद दिया और संपर्क क्रांति ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दिल्ली से वे ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरेंगे, जहां वह कथा का आयोजन करेंगे। इस आयोजन में हजारों भक्तों के शामिल होने की संभावना है।