दिलजीत के खिलाफ बजरंग दल का विरोध प्रदर्शन, भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री भी उतरे मैदान में

Abhishek singh
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अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट को लेकर इंदौर में विरोध और तेज़ हो गया है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ता इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इन संगठनों का आरोप है कि यह कार्यक्रम नशा, अश्लीलता और मांसाहार को बढ़ावा देता है, जो इंदौर की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के खिलाफ है। रविवार सुबह 11:30 बजे बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और सड़कों पर धरना दिया। उन्होंने इस कार्यक्रम को तुरंत रोकने की मांग की। यह कंसर्ट आज शाम इंदौर के बाइपास स्थित C21 एस्टेट ग्राउंड पर आयोजित किया जाएगा।

अहिल्या बाई होल्कर की जयंती पर यह कार्यक्रम अनुचित

इस कंसर्ट के खिलाफ पूर्व मंत्री उषा ठाकुर और भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने भी अपना विरोध व्यक्त किया है। उनका कहना है कि ऐसे आयोजनों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उषा ठाकुर ने कहा कि मां अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के मौके पर इस तरह का आयोजन शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर शराब और मांसाहार के स्टॉल लगाए जाने का भी विरोध किया, जो उनके अनुसार भारतीय परंपराओं के अनुकूल नहीं हैं। हालांकि, प्रशासन ने बाद में इन स्टॉल्स को हटा दिया। विरोधियों का यह भी आरोप है कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में नशे और अश्लीलता को बढ़ावा देते हैं, जो युवा पीढ़ी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

कंसर्ट स्थल पर सोशल मीडिया पोस्टिंग पर लगी पाबंदी

कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के लिए काफ़ी सारे इंतेज़ाम किए गए हैं। पुलिस बल के अलावा लगभग 1,000 वॉलंटियर आयोजन समिति के भी तैनात किए गए हैं। स्थल पर चार गेट बनाए गए हैं, और प्रत्येक गेट पर सारी व्यवस्थाओं इंतेज़ाम किया गया है। वाहनों की जांच के लिए एक किलोमीटर पहले बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि बिना पास के किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा, कंसर्ट स्थल से सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट करने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। विरोध के बावजूद, कंसर्ट स्थल पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और शराब तथा मांसाहार के स्टॉलों की जांच की। एडिशनल डीसीपी के साथ कार्यकर्ताओं की बहस भी हुई, जिसमें उन्होंने स्थल के अंदर निरीक्षण की अनुमति मांगी। इसके बाद कुछ एडवोकेट्स को अंदर जाने की इजाजत दी गई। कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की कि उन्हें कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित रहने की अनुमति दी जाए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जा सके।

56 दुकान पहुंचे दिलजीत दोसांझ

कार्यक्रम से पहले दिलजीत दोसांझ ने इंदौर की प्रसिद्ध 56 दुकान पर जाकर पोहा और जलेबी का स्वाद लिया। उन्होंने स्थानीय निवासियों से मुलाकात की और साइकिलिंग को बढ़ावा देते हुए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया। इसके अलावा, उन्होंने एक महिला साइकिलिस्ट को अपने शो में आने का निमंत्रण भी दिया। विरोध प्रदर्शन, प्रशासनिक तैयारियों और स्थानीय संस्कृति से जुड़े मुद्दों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट कैसे संपन्न होता है। यह घटना न केवल आधुनिक और पारंपरिक विचारों के टकराव को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सांस्कृतिक पहचान और आधुनिक मनोरंजन के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है।