MP के इस सरकारी होटल में होगीं सिर्फ महिला कर्मचारी, यहां से दिखेगा धरती के ‘स्वर्ग’ का नजारा

srashti
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Amaltas Hotel Pachmarhi

Amaltas Hotel Pachmarhi : मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य का पहला सरकारी होटल, “अमलतास”, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित होगा, का उद्घाटन किया। इस पहल से न केवल पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह स्थानीय महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने के रास्ते भी खोलेगा।

महिला सशक्तीकरण की मिसाल बना पचमढ़ी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस होटल की शुरुआत को महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल माना है। उनका कहना है कि यह होटल पचमढ़ी में पर्यटन के क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाएगा और यहाँ की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। इस होटल को चलाने के लिए 23 स्थानीय महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जो विभिन्न कार्यों में दक्ष हैं, जैसे कि होटल प्रबंधन, रेस्टोरेंट संचालन, सुरक्षा और सफाई।

कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम

“अमलतास” होटल में काम करने के लिए चुनी गई महिलाओं को न केवल होटल व्यवसाय के बारे में जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें कई महत्वपूर्ण कौशल भी सिखाए गए हैं। इन महिलाओं को मैनेजर, शेफ, किचन स्टाफ, रिसेप्शनिस्ट, हाउसकीपर, माली और सुरक्षा गार्ड जैसी भूमिकाओं में प्रशिक्षित किया गया है। इस प्रकार, यह पहल न केवल उनके जीवन में बदलाव लाएगी, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान करेगी।

स्थानीय समुदाय को होगा लाभ

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस होटल का संचालन स्थानीय समुदाय के लिए लाभकारी साबित होगा। होटल के संचालन से न केवल महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि पचमढ़ी के पर्यटन व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटकों के आवास, भोजन, और अन्य सेवाओं से जुड़ी गतिविधियाँ इस क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि का कारण बनेंगी। साथ ही, इस होटल के माध्यम से स्थानीय व्यापारों और सेवाओं को भी फायदा होगा, जैसे कि स्थानीय वस्त्र, कारीगरी, और खाद्य उत्पादों का उपयोग।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पहल को राज्य और अन्य क्षेत्रों के लिए एक प्रेरणा बताया है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल पचमढ़ी, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगी। अन्य स्थानों पर भी ऐसी परियोजनाएं लागू की जा सकती हैं, जिससे महिलाओं को समान अवसर मिल सकें और वे समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।