नई दिल्ली: सीमा पर तनाव के बीच भारत-चीन के बीच जारी लंबी बातचीत के बीच एक खबर सामने आ रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर 11 घंटे तक चली कोर कमांडर की बैठक सकारात्मक होती दिख रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ इस बातचीत के बाद दोनों देशों में अपनी सेनाएं वापस बुलाने पर आपसी सहमति बन गई है। सेना ने कहा कि ये बातचीत बहुत ही सकारात्मक और बेहतर माहौल में हुई।
सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कोर कमांडर स्तर की वार्ता के बाद लद्दाख की गलवान घाटी में एक आम सहमति बन गई है। विवादित भूमि से दोनों देशों की सेना की वापसी के तौर-तरीकों पर बातचीत हुई, जिसके बाद फैसला लिया गया कि पूर्वी लद्दाख की झड़प वाली जगह से दोनों सेना पीछे हटेंगी।
सूत्रों के मुताबिक़ बैठक में भारत की ओर से चीन को साफ कह दिया गया है कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नई रणनीति के तहत इससे निपटा जाएगा, जिसमें गोली चलाना भी शामिल है। इसके अलावा बैठक में चीन को ये कहा गया कि वो 5 मई से पहले की स्थिति को बहाल करे। भारत अपनी जमीन पर एलएसी के नजदीक सड़कों का निर्माण भी जारी रखेगा।
चीन को समझाया गया कि शांति दोनों तरफ से होनी चाहिए। दोनों तरफ से शांति बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई गई। हालांकि अभी ये कहना जल्दबाजी होगा कि चीन के तेवर बदले हैं या उसकी कोई चाल है क्योंकि छह जून को भी चीन इन बिन्दुओं पर राजी हुआ था लेकिन फिर गलवान में जो हुआ उसे सबने देखा।