चोइथराम ट्रस्ट के ट्रैफ़िक अवेयरनेस प्रोग्राम ने जीता “Best Thought Leadership” अवार्ड

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पिछले लगभग 5 दशकों से इंदौर में स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएँ प्रदान कर रहे चोइथराम ट्रस्ट ने शहर के प्रति अपने जुड़ाव को समझते हुए इस वर्ष की शुरुआत में ट्रैफ़िक अवेयरनेस कार्यक्रम “इंदौर धड़कने दो” की शुरुआत की है। ट्रैफ़िक की बढ़ती समस्या को ध्यान में रखते हुए इंदौर को देश के सबसे ट्रैफ़िक जागरूक शहर के रूप पहचान दिलाने की शपथ के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई। शासन, प्रशासन, जन प्रतिनिधियों के सहयोग से शुरू किए गये इस 360 डिग्री प्रोग्राम को देश के नामी स्ट्रैटिजिस्ट की पैनल ने इस इनिशिएटिव को महत्वपूर्ण मानते हुए इसे “Best Thought Leadership” केटेगरी में ब्रांड स्टोरीज़ अवार्ड से सम्मानित किया। एयरोसिटी दिल्ली में हुए एक भव्य आयोजन में देश के नामी ब्रांड्स और उनके प्रतिनिधियों के बीच ट्रस्ट के CEO सुमित नाँदेंड़कर ने यह सम्मान और ट्रॉफी प्राप्त की। यह आयोजन देश के टॉप मार्केटिंग, ब्रांडिंग और कंटेंट मार्केटिंग पोर्टल afaqs द्वारा आयोजित किया जाता है।

चोइथराम ट्रस्ट लगभग 5 दशकों से पूरे प्रदेश को सेवा देता आ रहा है। आम इंदौरी के मन में ट्रैफिक के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराने के उद्देश्य से यह कैंपेन शुरू किया गया। पिछले एक वर्ष में 50 से अधिक स्कूलों, 10 कॉलेजों, 25 से ज्यादा कंपनियों में जाकर हमारे प्रतिनिधियों ने इंदौर को सड़कों को धड़कते रहने की अलख जगाई है। शहर के 100 से ज्यादा पेट्रोल पंप्स, क्लब्स, इंस्टीट्यूट्स में भी चेतना जगाई जा रही है।

मॉर्निंग वॉकर क्लब्स, बाइक रैली और इवेंट्स में जाकर लोगों को जागरूक किया है। इस कैम्पेन की सबसे बड़ी उपलब्धि स्कूल के नन्हें मुन्नें बच्चों का पार्टिसिपेशन रहा जिसके माध्यम से शहर के 50 हज़ार से अधिक लोगों ने ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने की शपथ ली।

इंदौर की नब्ज को समझते हुए 3 फिल्मों का निर्माण किया जिसने सिनेमा और सोशल मीडिया के माध्यम से इस ड्राइव को अलग पहचान दी है और इसी का सुफल मिला इस अवार्ड के रूप में। इस अवसर पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जिस तरह हम सफ़ाई में नंबर वन बने है अब अगला लक्ष्य ट्रैफिक है। हमने इसके लिए तकनीक, इंफ्रास्ट्रक्चर, क़ानून, जागरूकता, सहयोग का ताना बाना बुनकर एक प्रैक्टिकल प्लान तैयार किया है। जल्द ही इसका असर शहरवासियों को दिखने भी लगेगा। मुझे ख़ुशी है की चोइथराम ट्रस्ट की तरह खुलकर अब लोग आगे आ रहे है। इस अवार्ड पर सभी को बधाई।

चोइथराम ट्रस्ट के CEO सुमित नाँदेंड़कर ने कहा कि “यह अवार्ड एक छोटी सी शुरुआत है। हमारा लक्ष्य इंदौर को ट्रैफिक की परेशानियों से मुक्त करने का है। हम चाहते है की ना सिर्फ़ नागरिकों का समय बचे बल्कि एक्सीडेंट केस भी नहीं रहें। इसके लिए हमने साल को चार भाग में विभाजित करके त्रैमासिक लक्ष्यों का समूह बनाया है। हमें ख़ुशी है कि इसमें हमें प्रशासन का सहयोग मिला है। मैं विशेष तौर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव को धन्यवाद देना चाहूँगा जिन्होंने हमें सहयोग और प्रोत्साहन दिया। एक व्यापक प्लान और समर्पण के साथ चोइथराम ग्रुप इस और आगे बढ़ रहा है।