Delhi Blast : रविवार की सुबह दिल्ली के रोहिणी स्थित प्रशांत विहार इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्कूल के पास एक जोरदार धमाका हुआ। यह घटना सुबह करीब 7:30 बजे हुई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। धमाके के बाद आसमान में सफेद धुआं उठता दिखाई दिया और आसपास के निवासियों ने तीखी गंध महसूस की, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया।
स्थिति का जायजा
#WATCH | Delhi Blast | Delhi Police PRO Sanjay Tyagi says, “This morning, PS Prashant Vihar received information about a loud blast near CRPF School. The police team reached the spot immediately and found a foul smell. Window panes and glasses in the school premises were broken.… pic.twitter.com/ca674rROFi
— ANI (@ANI) October 20, 2024
विस्फोट के बावजूद यह सौभाग्य की बात रही कि किसी को चोट या हताहत नहीं हुआ और संपत्ति को भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। विस्फोट के तुरंत बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), दिल्ली पुलिस, फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम और फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंची।
जांच प्रक्रिया और संदिग्ध सामग्री
शुरुआती जांच में यह माना गया कि विस्फोट मामूली था, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, स्थिति और गंभीर होती गई। घटनास्थल पर सफेद पाउडर के अवशेष मिले, जिसने अधिकारियों को चिंतित कर दिया। रोहिणी के डीसीपी अमित गोयल ने कहा कि विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों से मदद ली जा रही है।
क्रूड बम का संदेह
सूत्रों के मुताबिक, विस्फोट में जिस सामग्री का उपयोग किया गया था, वह एक क्रूड बम की तरह दिखाई देती है। दिल्ली पुलिस पीआरओ संजय त्यागी ने बताया कि पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दुर्गंध का पता लगाया। स्कूल परिसर में खिड़कियों और शीशों को नुकसान पहुंचा है, और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
सीसीटीवी फुटेज और जांच
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल आतंकवाद निरोधक इकाई के साथ मिलकर सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। विस्फोटक अधिनियम के तहत एक एफआईआर दर्ज होने की उम्मीद है, जो एफएसएल रिपोर्ट के बाद स्पेशल यूनिट को सौंप दी जाएगी। एनएसजी को भी सतर्क कर दिया गया है और उसने घटनास्थल पर अपनी टीम भेजी है।
संभावित कारण
सीआरपीएफ स्कूल के नजदीक कई दुकानों के होने के कारण सिलेंडर विस्फोट की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है, लेकिन इस संबंध में कोई स्पष्टता नहीं आई है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए कई विशेषज्ञ टीमों को शामिल करते हुए जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई है।